जानिये, छतीसगढ़ में क्यों बिक रहा है 10 रुपये किलो के चिकन

Like this content? Keep in touch through Facebook

नई दिल्ली : चुनावी मौसम में नोट पकड़े जाना तो आम है लेकिन अब बात चिकन पकड़े जाने तक पहुंच गई है। वो भी सैकड़ों किलो चिकन। मामला छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले का है। यहां कुछ उम्मीदवारों ने वोटरों को अपने पाले में खींचने के लिए चिकन का चारा डाल दिया। सिर्फ 10 रुपये में पूरे एक किलो चिकन। लेकिन, जब शहर में तेज होती ‘चिकन पे चर्चा’ का जिक्र निर्वाचन अधिकारियों तक पहुंचा तो हड़कंप मच गया।

आनन-फानन में कई दुकानों पर छापे मारे गए। अधिकारियों की उड़नदस्ता टीम कोरबा के सरदार चिकन सेंटर से 103 किलो और इतवारी बाजार शब्बीर चिकन सेंटर से 80 किलो चिकन जब्त कर लिया।

जानिये कैसे चलता था चिकन का चक्कर?

चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे उम्मीदवारों ने लोगों तक चिकन पहुंचाने के लिए बेहद दिलचस्प तरीका चुना था। उन्होंने लोगों को 10 रुपये के नए नोट बांटे। ये नोट टोकन की तरह इस्तेमाल होते थे। इन नोटों पर खास सीरियल नंबर था, जिसकी जानकारी चिकन की दुकानों को पहुंचा दी गई थी। जब लोग इस नोट को दुकानदार को देते तो वो समझ जाता और नोट के बदले पूरा एक किलो चिकन व्यक्ति को दे देता।

खबरों के मुताबिक, अफसरों को चिकन की दुकानों से कुछ सूचियां भी मिली हैं। इनमें वो नाम दर्ज किए जाते थे जो अपना चिकन यहां से ले जाते थे। घर के सदस्यों के हिसाब से ही चिकन की मात्रा तय की जाती थी।

जांच में 19 उड़नदस्ते शामिल रहे जिन्होंने शहर भर की कई दुकानों पर छापा मारा और बड़ी मात्रा में चिकन अपने कब्जे में लिया। इसे सीधे आचार संहिता के उल्लंघन के तौर पर देखा जा रहा है।

छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होना है। नतीजे 11 दिसबंर को आएंगे। पहले चरण में बस्तर और राजनांदगांव की 18 सीटों पर 12 नवंबर को वोट डाले गए थे।