सूरत हादसा: परिजनों ने इस तरह की मृतक बच्‍चों की पहचान

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सूरत : गुजरात की आर्थिक राजधानी सूरत में एक चार मंजिला इमारत में आग लगने से 20 बच्चों समेत 21 लोगों की मौत हो गई। इस भयावह हादसे के वक्त संयम और बहादुरी का परिचय देते हुए 2 युवकों ने लगभग 19 बच्चों की जान बचाई।

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसमें बिल्डिंग के टॉप फ्लोर से कई बच्चे कूदते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में एक व्यक्ति बच्चों को बचाते हुए नजर आता है।

कोचिंग सेंटर में हुआ हादसा इतना दर्दनाक था कि छात्रों के परिजनों को अपने बच्‍चों के शवों को पहचानना मुश्किल हो रहा था। कोई पासपोर्ट फोटो तो कोई मोबाइल में फोटो लेकर आया था। बेहाल परिजन अपने बच्‍चों की फोटो लोगों को बताकर पहचान की कोशिश कर रहे थे।

खबरों के मुताबिक, कोचिंग सेंटर में हुए भयावह हादसे के बाद परिजनों को अपने बच्चों की पहचान करना मुश्किल हो रहा था। इस बीच किसी ने घड़ी से, तो किसी ने मोबाइल पर घंटी देकर शिनाख्त की तो कई परिजन घंटों भटकते रहे।

परिजनों ने 18 साल की जाह्नवी चतुरभाई वसोया और 17 साल की कृति नीलेश दयाल की पहचान उनकी घड़ियों से की। कुछ इसी तरह 18 साल की एशा खड़ेला की पहचान उनके पिता ने मोबाइल की घंटी से की जो मोर्चरी में रखे उनके शव से चिपका बज रहा था।

इस दर्दनाक हादसे का शिकार हुए 15 वर्षीय राम वाघाणी का कहना है, मैं मेंटली डेवलप क्लासेस में था तभी धुआं चारों ओर फैलने लगा तो मैं तुरंत तीसरी मंजिल पर गया, जहां से कूदने के सिवाय कोई दूसरा रास्ता नहीं था, तो कूद गया और शुक्र है बच गया। कुछ इसी तरह हादसे के दौरान केतन ने दूसरी मंजिल पर जाकर नीचे उतरने की कोशिश कर रहे दो बच्‍चों की जान बचाई।

अहमदाबाद में सभी ट्यूशन कक्षाओं को बंद करने का आदेश : अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर एके सिंह ने शुक्रवार रात को शहर के सभी प्राइवेट कोचिंग क्लासेस को दो महीने के लिए 23 जुलाई तक बंद करने का आदेश दिया है। उन्‍होंने कहा कि जब तक ट्यूशन कक्षा चलाने वाले मालिक फायर सेफ्टी को लेकर NOCs जमा नहीं कर देते और आग से बचाव के लिए पर्याप्‍त इंतजाम नहीं कर देते, तब तक उन्‍हें कोचिंग कक्षा शुरू करने की अनुमति नहीं मिलेगी।

पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों पर गैर इरादातन हत्या का केस दर्ज कर कोचिंग संचालक भार्गव भूटाणी को हिरासत में लिया है।

खबरों के मुताबिक, शुक्रवार को सूरत के कोचिंग सेंटर में हुए दर्दनाक हादसे के बाद सरथाणा पुलिस ने देर रात तीन लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। आरोपियों में हरसुल वेकरिया उर्फ एचके, जिग्नेश सवजी पाघडाल और भार्गव बूटाणी शामिल हैं।

प्राथमिक जांच में पता चला है कि हरसुल और जिग्नेश ने बिल्डर से पूरी मंजिल खरीदी थी। उसके बाद अवैध निर्माण करवाया था, जबकि भार्गव बूटाणी ड्राइंग क्लासेस का संचालक है। इनके खिलाफ धारा 304 और 308 के तहत मामला दर्ज हुआ है। जांच में एफएसएल की भी मदद ली जाएगी। जिससे पता लगाया जाएगा कि आग लगने का कारण क्या है? और किसकी लापरवाही थी? इस जांच के लिए विशेष कमेटी भी बनाई गई है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने हादसे पर दुख जाहिर कर मुआवजे का ऐलान किया और कहा कि एक दिन के भीतर हादसे की जांच रिपोर्ट पेश की जाए। रूपाणी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से बात की है। नड्डा ने एम्स ट्रामा सेंटर के निदेश को हर मदद के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।