भारत के कड़े विरोध के बाद पाकिस्तान ने बढ़ाई लखवी की हिरासत अवधि

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मुंबई में 26/11 हमले के साजिशकर्ता और लश्कर-ए-तोयबा का सरगना जकी-उर-रहमान लखवी की हिरासत अवधि और बढ़ गई है। भारत के दबाव के आगे झुकते हुए पाकिस्तान ने लखवी की हिरासत अवधि दस दिन और बढ़ा दी है। अब लखवी की बेल पर अगली सुनवाई 27 जनवरी को होगी।

अपने अगले ताजा आदेश में पाकिस्तान की कोर्ट ने लश्कर के आतंकी सरगना जकी-उर-रहमान की जमानत याचिका पर सुनवाई करने से मना कर दिया और उसे दस दिन और सजा काटने के आदेश दिए हैं। लखवी पाकिस्तान के अदियाला जेल में बंद है। लखवी की हिरासत अवधि 18 जनवरी को समाप्त हो गई थी। कल रविवार होने की वजह से आज हुई सुनवाई में उसकी हिरासत दस दिन और बढ़ा दी गई है।

इससे पहले पाकिस्तान की आतंकवादी रोधी अदालत (एटीसी) की ओर से 18 दिसंबर को मुंबई हमले के मामले में लखवी को जमानत मिली थी। लेकिन भारत के कड़े विरोध के बाद लखवी को इस्लामाबाद जेल प्रशासन ने मेंटेनेंस ऑफ पब्लिक आर्डर (एमपीओ) के तहत एक महीने की हिरासत में भेजा दिया था।

गौरतबल है कि लखवी उन सात आतंकियों में शामिल है जिन पर 26/11 मुंबई हमले की साजिश करने और उसमें मदद करने का आरोप है। अन्य छह आरोपी हम्माद अमीन सादिक, शाहिद जमील रियाज, युनूस अंजुम, जमिल अहमद, मजहर इकबाल और अब्दुल माजिद हैं। माना जाता है कि मुंबई हमले के दौरान लखवी लश्कर-ए-तैयबा का संचालन प्रमुख था। पाक अदालत में इस मामले में सुनवाई काफी धीमी गति से चल रही है जिसे लेकर भारत कड़ा विरोध भी जताता रहा है।