लश्कर के निशाने पर भारत

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नई दिल्ली : लश्कर-ए-तैयबा एक बार फिर भारत में आतंकी वारदातों को अंजाम देने की फिराक में है। अमेरिका ने लश्कर सहित पाकिस्तान आधारित अन्य आतंकी संगठनों की भारत में सक्रियता बढ़ने की आशंका जताई है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अमेरिकी नौसेना के प्रशांत कमान के कमांडर एडमिरल सैम्यूल जे लॉकलियर ने कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद लश्कर भारतीय उपमहाद्वीप की ओर रूख कर सकता है। कांग्रेस की सुनवाई के दौरान उन्होंने सांसदों को बताया कि लश्कर व अन्य आतंकी संगठन अभी अफगानिस्तान में सक्रिय हैं। लेकिन, अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद अगले एक से तीन साल में वे भारत में अपनी सक्रियता बढ़ा सकते हैं।

गौरतलब है कि 2016 के अंत तक अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की पूरी तरह वापसी तय है। इस वक्त वहां मौजूद विदेशी सैनिकों की भूमिका अफगान बलों के प्रशिक्षण तक ही सीमित है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी की अपील के बाद पिछले दिनों अमेरिकी रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने इस फैसले पर फिर से विचार करने के संकेत दिए थे।

लॉकलियर ने दक्षिण एशिया व भारतीय उप महाद्वीप के लिए अल कायदा और इस्लामिक स्टेट (आइएस) को भी खतरा बताया। उनके मुताबिक, इस क्षेत्र में जिहाद छेड़ने के लिए अल कायदा सभी सक्रिय आतंकी संगठनों को एक साथ ला सकता है।

वहीं, सीरिया व इराक में आइएस की ओर से लड़ रहे लड़ाके भी घर लौटने के बाद क्षेत्रीय आतंकी संगठनों के साथ मिलकर हमलों को अंजाम दे सकते हैं। मौजूदा आकलन के अनुसार, भारत-एशिया-प्रशांतक्षेत्र के करीब 1300 लड़ाके आइएस की ओर से इस समय लड़ाई में भाग ले रहे हैं।