श्रीलंका में ईस्टर के दिन एक के बाद एक 8 धमाके, 162 की मौत, 400 से ज्यादा जख्मी

Like this content? Keep in touch through Facebook

नई दिल्ली : श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के मौके पर तीन चर्चों और चार होटलों समेत आठ जगहों पर धमाके हुए। इनमें 35 विदेशियों समेत 162 लोगों की मौत हो गई। 400 से ज्यादा जख्मी हुए। शुरुआती छह धमाके लगभग एक ही समय पर सुबह 8:45 बजे हुए। बाकी दो धमाके दोपहर में दो से ढाई बजे के बीच कोलंबो में हुए। 2009 में श्रीलंका में तमिल विद्रोही संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) का खात्मा हो गया था। इसके बाद हुआ यह सबसे बड़ा हमला है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पहला धमाका कोलंबो के कोच्चिकड़े स्थित सेंट एंथनी चर्च में हुआ, इसके बाद नेगोंबो के कतुवपितिया स्थित सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टिकलोआ स्थित चर्च में धमाके हुए। इनके अलावा कोलंबो में शांगरी ला होटल, किंग्सबरी होटल और सिनमन ग्रैंड होटल में भी ब्लास्ट हुए। अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक, कोलंबो में होटलों में हुए ब्लास्ट में करीब 45 लोग मारे गए। वहीं नेगोंबो चर्च में 68 और बट्टकलोआ में 27 लोग मारे गए।

देश में कर्फ्यू
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने हालात की जानकारी लेने के लिए कैबिनेट मीटिंग बुलाई। श्रीलंका के आर्थिक सुधार मंत्री हर्ष डिसिल्वा ने ट्वीट कर कहा- इमरजेंसी मीटिंग के लिए मैं और रक्षा मंत्री कोच्चिकड़े जा रहे हैं। जल्द ही सरकार इस स्थिति पर ज्यादा जानकारी के लिए बयान जारी करेगी। वहीं वित्त मंत्री मंगला समरवीरा ने ट्वीट किया, ‘”ऐसा लगता है कि हत्या, अफरातफरी और अराजकता फैलाने के लिए इसे बेहद व्यस्थित तरीके से अंजाम दिया गया है।’’ सोशल मीडिया पर अस्थायी प्रतिबंध के साथ देशभर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।

बता दें कि अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि, माना जा रहा है कि पिछले कुछ समय में इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने देश में जड़ें बनाई हैं। पिछले साल श्रीलंका में बौद्ध सिंहला और मुस्लिम समुदाय के बीच टकराव की कुछ घटनाएं सामने आई थीं। मार्च 2018 में इसके चलते सरकार को इमरजेंसी तक लगानी पड़ी थी।

 

भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए
+94777903082,+94112422788,+94112422789, +94112422789

प्रधानमंत्री मोदी ने की निंदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इस घटना की कड़ी निंदा की। मोदी ने कहा कि हमारे क्षेत्र में बर्बरता के लिए कोई जगह नहीं है। भारत श्रीलंका के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है। उन्होंने मृतकों और घायलों के परिवारों के साथ संवेदना जताई।