‘टूरिज्म को बढ़ाना है तो छोटे बिजनेस को करना होगा सपोर्ट’- पीएम मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (3 मार्च) को पोस्ट-बजट वेबिनार को संबोधित किया. पीएम मोदी ने संबोधन में कहा कि आज का नया भारत नए कार्य संस्कृति के साथ आगे बढ़ रहा है, नए बजट की खूब तारीफ हुई है. उन्होंने कहा, “देश के लोगों ने इसे बहुत सकारात्मक तरह से लिया है. अगर पुराना बजट होता तो इस तरह के वेबिनार के बारे में कोई नहीं सोचता.”

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “जो लक्ष्य बजट में तय किए गए हैं उन्हें प्राप्त करने में ये वेबिनार उत्प्रेरक की तरह काम करता है.” डेवलपिंग टूरिज्म इन मिशन मोड का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भी कोई टूरिस्ट डेस्टिनेशन को विकसित करने की बात आती है तीन सवाल बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. पहला- उस स्थान की संभावना क्या है? दूसरा- यात्रा में आसानी के लिए वहां की अवसंरचनात्मक आवश्यकता क्या है और उसे कैसे पूरा करेंगे? तीसरा- पदोन्नति के लिए नया क्या करेंगे?

ये हमारे सांस्कृतिक-सामाजिक जीवन का हिस्सा रहा है

पीएम मोदी ने पोस्ट-बजट वेबिनार में कहा कि भारत में हमें पर्यटन सेक्टर को नई ऊंचाई देने के लिए अलग सोचना होगा और दीर्घकालिक योजना बना कर चलना होगा. उन्होंने कहा, “भारत के संदर्भ में देखें तो टूरिज्म का दायरा बहुत बड़ा है. सदियों से हमारे यहां यात्राएं होती रही हैं, ये हमारे सांस्कृतिक-सामाजिक जीवन का हिस्सा रहा है.”

जानिये, कैसे होगी टूरिज्म सेक्टर में वृद्धि? PM ने बताया

टूरिज्म सेक्टर के उत्थान को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के विभिन्न स्थलों में अगर नागरिक सुविधाएं बढ़ाई जाएं, वहां डिजिटल कनेक्टिविटी अच्छी हो, होटल-हॉस्पिटल अच्छे हो, गंदगी का नामो-निशान ना हो, बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर हो तो भारत के टूरिज्म सेक्टर में कई गुना वृद्धि हो सकती है. उन्होंने कहा, “जब यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ती हैं, तो कैसे यात्रियों में आकर्षण बढ़ता है, उनकी संख्या में भारी वृद्धि होती है, ये भी हम देश में देख रहे हैं.”

हमारे गांव भी बन रहे टूरिज्म का केंद्र 

पर्यटकों को गांव तक पहुंचाए जाने पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा आज हमारे गांव भी टूरिज्म का केंद्र बन रहे हैं. इंफ्रास्ट्रक्टर तेजी से बेहतर हो रहा है, यही कारण है कि दूर-सुदूर के गांव भी टूरिज्म मैप पर आ रहे हैं. पीएम ने कहा, “केंद्र सरकार ने बॉर्डर किनारे बसे गांवों के लिए ‘वाइब्रेंट बॉर्डर विलेज योजना’ भी शुरू की है. ऐसे में होम स्टे हों, छोटे होटल हों, छोटे रेस्टोरेंट हों, ऐसे अनेक बिजनेस के लिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा सपोर्ट करने का काम हमें करना है.”