गुजरात में भारी बारिश से उफान पर नदियां, इन राज्यों में IMD का अलर्ट

Like this content? Keep in touch through Facebook
नई दिल्ली:  गुजरात में सोमवार को लगातार वर्षा एवं बाढ़ से नदियां उफान पर रहीं तथा 9 लोगों की जान चली गई एवं 1900 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों, बंगाल और भारी ओडिशा में वर्षा का अनुमान व्यक्त किया है।

 गुजरात में कई नदियां ऊफान पर हैं और अहमदाबाद, मेहसाणा एवं साबरकांठा जिलों में 1900 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। गुजरात में इस मौसम में सोमवार सुबह तक 102 फीसद से अधिक वर्षा हई है। राज्य में वर्षाजनित घटनाओं में नौ लोगों की जान चली गई है। राज्य में मंगलवार तक वर्षा होने की संभावना है।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आकाश में बादल छाए रहे और तापमान नियंत्रण में रहा। विभाग ने यहां बुधवार और रविवार के बीच भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है।

 इससे राष्ट्रीय राजधानी के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है क्योंकि यमुना नदी में सोमवार को ही जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया था। पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के बाद हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में 5883 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था।

दिल्ली की तरह हरियाणा और पंजाब में अधिकतम तापमान सामान्य के समीप रहा। अगले दो दिनों में इन दोनों राज्यों में वर्षा या गरज के साथ बौछारें पड़ सकती है ।

उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान कहीं-कहीं तेज और भारी बारिश हुई, जबकि पश्चिमी हिस्से के अनेक इलाकों में बारिश हुई। अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश हो सकती है। आगामी 26 अगस्त को भी राज्य के अनेक स्थानों पर वर्षा होने की सम्भावना है।

 मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से अगले तीन दिनों में पश्चिम बंगाल के गंगा नदी के मैदानी हिस्से में भारी बारिश हो सकती है। विभाग ने कहा कि कम दबाव के क्षेत्र के अगले कुछ दिनों में और गहरा होने का अनुमान है।

मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर, दक्षिण 24 परगना, झाड़ग्राम, हावड़ा, हुगली, बांकुरा और बीरभूम जिलों में सोमवार से भारी वर्षा होने की संभावना है जबकि गंगा के अन्य मैदानी हिस्से में गरज के साथ बारिश हो सकती है।

विभाग ने बताया कि इस महीने बंगाल की खाड़ी में पांचवीं बार कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे पहले 4, 9, 13 और 19 अगस्त को भी कम दबाव का क्षेत्र बना था, जिसके चलते ओडिशा के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई थी और बीते सप्ताह कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे। बिहार में बाढ़ की स्थित गंभीर बनी हुई है और 16 जिलों में 83.62 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।