जानिये, कैसे पाकिस्तान CAA के खिलाफ सोशल मीडिया के जरिये फैला रहा जहर

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नई दिल्ली – देश में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर माहौल बनाने में सोशल मीडिया (Social Media) का बड़ा हाथ रहा है। सोशल मीडिया पर इस कानून के समर्थन और विरोध में जमकर पोस्टिंग की गई है। आम लोगों की कई गलतफहमी सोशल मीडिया पर आई जानकारी की वजह से भी हुई है। इस बीच साइबर सिक्युरिटी कंपनी Innerfu Labs की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। इस रिपोर्ट के मुताबिक नागरिकता कानून बनने के बाद पाकिस्तान में 1,079 नए ट्विटर अकाउंट बनाए गए जो इस कानून के खिलाफ भारत में दुष्प्रचार करने का काम कर रहे हैं। यह सिक्युरिटी कंपनी सरकार के साथ ही Enforcement Agencies जिसमें डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) भी शामिल है के लिए काम करती है।

रिपोर्ट में कही गई यह बात

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साइबर सिक्युरिटी कंपनी Innerfu Labs की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत की सौहार्दता को नष्ट करने के लिए पाकिस्तान सबसे बड़ा Hot Spot है। वहां से भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करने और Anti India Narrative के लिए जिम्मेदार है। वह भारत को ‘Terror State’ और ‘Nazi’ देश बताकर भारत में आंतरिक भेदभाव खड़ा करने की कोशिश में है।

Anti National कंटेंट हो रहा इस्तेमाल

एजेंसी की रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले 15 दिनों में सोशल मीडिया पर एक एंटी नेशनल कंटेट का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें #NaziIndiaRejected, #IndiaDiscriminatesMuslims, #IndiaToEndia जैसे हैश टैग्स का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह पाकिस्तान बेस्ड PTI सोशल मीडिया एक्टिविस्ट और पाक सायबर फोर्स द्वारा बनाया गया है।

#NaziIndiaRejected हैशटैग पाकिस्तान के @PTI_VF द्वारा बनाया गया है जिसके 28 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। वहीं #IndiaDiscriminatesMuslims पाकिस्तान में मौजूद हुसनैन बलोच द्वारा 21 दिसंबर 2019 को बनाया गया था। इसी तरह अन्य हैश टैग्स भी पाकिस्तान के अलग अलग ट्विटर हैंडल्स से बनाए गए हैं जो देश में CAA के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक इस एक्ट के खिलाफ भारत के मुस्लिमों को भड़काने और दुष्प्रचार करने के लिए इन ट्विटर हैंडल्स का इस्तेमाल किया जा रहा है।