कोलकाता टेस्ट मैच में भारत को मिली बड़ी जीत

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नई दिल्ली : ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा के दमदार प्रदर्शन से भारत ने अपना घरेलू 250वां मैच जीत लिया। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में 2-0 की अपराजेय बढ़त बना ली और इसके साथ ही वह दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम बन गया।

भारत ने न्यूजीलैंड के सामने जीत के लिए 376 रन का मुश्किल लक्ष्य रखा और ईडन गार्डन में सोमवार को चौथे दिन मेहमान टीम को 197 रन पर निपटा कर यह टेस्ट 178 रन के बड़े अंतर से जीत लिया। भारत ने इस जीत के साथ तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अपराजेय बढ़त बना ली।

कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में युवा भारतीय टीम की यह लगातार चौथी सीरीज जीत है। इसके साथ ही भारत की न्यूजीलैंड के खिलाफ यह ओवरऑल 11वीं सीरीज जीत है। विराट की कप्तानी में भारत ने श्रीलंका में सीरीज 2-1 से, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज 3-0 से और वेस्टइंडीज में सीरीज 2-0 से जीती थी।

ऑफ स्पिनर अश्विन ने 31 ओवर में 82 रन पर तीन विकेट, लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा ने 20 ओवर में 41 रन पर तीन विकेट, तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 18.1 ओवर में 46 रन पर तीन विकेट और भुवनेश्वर कुमार ने 12 ओवर में 28 रन पर एक विकेट लेकर न्यूजीलैंड का चौथे दिन ही बोरिया-बिस्तर बांध दिया। भारत ने कानपुर में पहला टेस्ट 197 रन से जीता था और कोलकाता में दूसरा टेस्ट 178 रन से जीत लिया।

भारत ने कानपुर के ग्रीनपार्क में अपने टेस्ट इतिहास का 500वां टेस्ट और कोलकाता के ईडन गार्डन में अपना घरेलू 250वां मैच जीत लिया। शमी ने ट्रेंट बोल्ट को आउट कर जीत भारत की झोली में उस समय डाल दी जब चौथे दिन की समाप्ति में 1.5 ओवर बाकी थे। भारतीय खिलाड़ियों ने इस शानदार जीत और टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन बनने का जश्न एक-दूसरे को बधाई देकर मनाया।

ड्रैसिंग रूम में कोच अनिल कुंबले ने भी सपोर्ट स्टाफ को बधाई दी। कुंबले के कोच बनने के बाद भारत छ: टेस्टों में चार मैच जीत चुका है। भारतीय टीम ने हर लिहाज से शानदार प्रदर्शन किया और न्यूजीलैंड को पूरे मैच में वापसी करने का कोई मौका नहीं दिया।

भारत ने सुबह अपनी पारी 8 विकेट पर 227 रन से आगे बढ़ाई और उसकी दूसरी पारी 263 रन पर समाप्त हुई। विकेटकीपर रिद्धिमान साहा पहली पारी की तरह दूसरी पारी में भी नाबाद 58 रन बनाकर पवेलियन लौटे। उन्होंने पहली पारी में नाबाद 54 रन बनाए थे।

साहा ने 120 गेंदों में छ: चौके लगाए। भुवनेश्वर कुमार ने 51 गेंदों में दो चौकों और एक छक्के की मदद से 23 रन का योगदान दिया। न्यूजीलैंड की ओर से ट्रेंट बोल्ट, मैट हेनरी और मिशेल सेंटनर ने तीन-तीन विकेट लिए।

मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड ने हालांकि अच्छी शुरुआत की और एक समय उसका स्कोर एक विकेट पर 104 रन था, लेकिन इसके बाद अश्विन, शमी और जडेजा ने कीवी पारी को झकझोर दिया। न्यूजीलैंड की ओर से ओपनर टॉम लाथम ने 148 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से सर्वाधिक 74 रन बनाए। ल्यूक रोंची ने 32, मार्टिन गुप्टिल ने 24 और हेनरी निकोल्स ने 24 रन बनाए।

अश्विन ने लाथम, गुप्टिल और कप्तान रॉस टेलर (चार) के विकेट लिए। जडेजा ने निकोल्स, रोंची और मैट हेनरी (18) को आउट किया। शमी ने सेंटनर (नौ), बीजे वाटलिंग (एक) और ट्रेंट बोल्ट (चार) के विकेट लिए। भुवनेश्वर ने जीतन पटेल (दो) को आउट किया।

लाथम और गुप्टिल ने पहले विकेट के लिए 55 रन जोड़े। अश्विन ने गुप्टिल को पगबाधा कर भारत को पहली सफलता दिलाई। लाथम ने फिर निकोल्स के साथ दूसरे विकेट के लिए 49 रन की साझेदारी की। निकोल्स को जडेजा ने अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराया।

कप्तान टेलर को अश्विन ने पगबाधा किया और फिर लाथम की संघर्षपूर्ण पारी का अंत विकेटकीपर साहा के हाथों करा दिया। लाथम ने 148 गेंदों में 74 रन में आठ चौके लगाये। न्यूजीलैंड ने लंच तक 55 रन जोड़कर कोई विकेट नहीं गंवाया था, लेकिन चायकाल तक उसके तीन विकेट गिर गए।

चायकाल के समय न्यूजीलैंड का स्कोर तीन विकेट पर 135 रन था। आखिरी सत्र में कीवी टीम ने सात विकेट गंवा। लाथम का विकेट 141 के स्कोर पर गिरा। शमी ने लगातार दो ओवरों में सेंटनर और वाटलिंग के विकेट झटक लिए। जडेजा ने रोंची को बोल्ड कर न्यूजीलैंड का अंतिम संघर्ष भी समाप्त कर दिया। भारत ने जीत के लिए आखिरी विकेट की तलाश में दिन के शेष तीन ओवर रहते दूसरी नई गेंद ली।

रोशनी कम होती जा रही थी और अंपायर रोशनी के लिए लाइट मीटर देख रहे थे। ऐसा लग रहा था कि कहीं मैच पांचवें दिन की सुबह तक न खिंच जाए। दिन के दो ओवर बाकी थे। शमी कीवी पारी का 82वां ओवर डालने आए और उनकी पहली गेंद बाउंसर थी जिसपर बोल्ट ने मुरली विजय को कैच थमा दिया। न्यूजीलैंड का यह विकेट गिरना था कि भारतीय खेमा जश्न में डूब गया।