ब्रिटेन के मैनचेस्टर धमाका में आतंकी हमला, 22 लोगों कि मौत 59 लोग घायल

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नई दिल्ली : ब्रिटेन के मैनचेस्टर एरीना में अमेरिकी पॉप गायिका अरियाना ग्रैंडे के कार्यक्रम में भारतीय समय के अनुसार मंगलवार (23 मई) रात करीब ढाई बजे हुए धमाके में मरने वालों की संख्या 22 और घायलों की संख्या 59 हो गई है। धमाके बाद बाद इंटरनेट पर इस्लामिक स्टेट (आईएस) के समर्थकों ने “खुशी जाहिर की और आपस में बधाई संदेश भेजे।”

ब्रिटिश पुलिस इसे आत्मघाती आतंकवादी हमला मान रही है। हालांकि इस्लामिक स्टेट समेत किसी भी आतंकी संगठन ने अब तक इस धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार इस्लामिक स्टेट से जुड़े ट्वीटर अकाउंट से धमाके से जुड़े हैशटैग का इस्तेमाल करके बधाई संदेश भेजे गए और दूसरी जगहों पर ऐसे ही हमलों के लिए हौसला अफजाई की गई। अमेरिकी सिंगर एरियाना ग्रांडे के संगीत कार्यक्रम में हुए धमाके को ब्रिटिश पुलिस आंतकी हमला मान रही है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने भी धमाके को आतंकी हमला माना है। रॉयटर्स को दो ब्रिटिश अधिकारियों ने बताया कि पुलिस को संदेह है कि धमाका आत्मघाती हमलावर ने किया है।

 

ट्विटर पर आईएस से जुड़े कुछ यूजर्स ने मैनचेस्टर धमाके को इराक़ और सीरिया में हुए हवाई हमलों का बदला बताया है। रॉयटर्स के अनुसार अब्दुल हक़ नामक एक यूजर्स ने मैनचेस्टर हैशटैग के साथ ट्वीट किया है, “ऐसा लगता है कि ब्रिटिश एयरफोर्स द्वारा मोसुल और रक़्क़ा के बच्चों पर गिराए गए बम वापस आ गए हैं।” इराक में आईएस आतंकियों के खिलाफ अभियान चला रही अमेरिका के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना में ब्रिटेन भी शामिल है। धमाके के बाद अमेरिका ने देश में संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।

आईएस समर्थकों ने ट्वीटर पर एक दूसरे को यूरोप और अमेरिका में और “लोन वूल्फ” अटैक (एकल हमला) करने के लिए प्रोत्साहित किया। एक ट्वीटर यूजर ने लिखा है कि उसे उम्मीद है इस हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट होगा। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के सोशल मीडिया चैनल पर अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली गई है।

 

रॉयटर्स के अनुसार सोशल मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर आईएस से जुड़े ग्रुप में उसके एक समर्थक ने लिखा, “हमें उम्मीद है कि हमलावर खिलाफत का एक सिपाही होगा।” कुछ अन्य लोगों ने मैसेज किया कि “ब्रसेल्स, पैरिस और लंदन में हम स्टेट बनाएंगे।” इस यूजर्स का इशारा इस बात की तरफ था कि बेल्जियम के ब्रसेल्स, फ्रांस के पेरिस और ब्रिटेन के लंदन में इससे पहले आईएस के आतंकी हमले हो चुके हैं।

धमाके के बाद सोशल मीडिया पर कई लोग अपने परिजनों की तस्वीरें शेयर करके उनकी स्थिति के बारे में पूछताछ कर रहे हैं और लोगों से उन्हें खोजने के लिए मदद मांग रहे है। ब्रिटिश पुलिस ने स्थानीय लोगों से मंगलवार (23 मई) बस, ट्रेन या किसी भी सार्वजनिक यातायात से से सफर करने में सावधानी बरतने को कहा है। अमेरिकी प्रशासन ने भी संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा बढ़ा दी है।

 

अमेरिकी प्रशासन ने अपने नागरिकों को सुरक्षा की दृष्टि से पाकिस्तान न जाने की सलाह दी है। भारतीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मैनचेस्टर धमाके पर शोक व्यक्त करते हुए पीड़ितों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा कि भारत दुख की इस घडी में ब्रिटेन के साथ है।

ब्रिटिश पुलिस मान रही है कि ये किसी आत्मघाती हमलावर का काम है और वो धमाके में मारा गया है। हालांकि पुलिस अभी इस बात की पड़ताल कर रही है कि घटना में एक से अधिक हमलावर तो नहीं शामिल थे। मैनचेस्टर पुलिस ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे थोड़ी देर में प्रधानमंत्री कार्यालय में आपातकालीन कोबरा बैठक में हिस्सा लेंगी। पॉस कंसर्ट में शामिल होने वाले ज्यादातर युवा थे। माना जा रहा है कि मरने वालों में युवाओं की बड़ी संख्या होगी।