सावधान : जानिए, क्यों 4G LTE नेटवर्क यूजर्स के लिए जितना फायदेमंद उतना ही खतरनाक

Like this content? Keep in touch through Facebook

नई दिल्ली: इस आधुनिक समय समय में 4G LTE बाजार में उपलब्ध सबसे तेज मोबाइल इंटरनेट बैंड है। इसका फायदा यूजर्स को कॉलिंग और इंटरनेट के इस्तेमाल के समय मिलता है। 4G LTE आपके इंटरनेट को हाई स्पीड देता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि 4G LTE जितना आपके लिए फायदेमंद है उतना ही खतरनाक भी है।

चीन की अग्रणी सुरक्षा कंपनी 360 टेक्नोलॉजी के यूनीकॉर्न टीम के शोधकर्ताओं ने 4G LTE नेटवर्क में CSFB (सर्किट स्विच्ड फॉलबैक) में एक जोखिम के संभावित खतरे को दिखाते हुए बताया कि, कैसे हैकर्स विक्टिम की जानकारी के बिना उनके कॉल और एसएमएस रिकॉर्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। नेवादा में हुए हैकर शिखर सम्मेलन ब्लैकहैट यूएसए 2017 और DEF कॉन में “घोस्ट टेलिफोनीस्ट” के रूप में जाना जाने वाला अटैक को प्रस्तुत किया गया था।

जानिए क्या है सीएसएफबी (CSFB) क्या है?

आम तौर पर यूजर्स इंटरनेट और टेलीकम्यूनिकेशन नेटवर्क की पूरी प्रक्रिया से परिचित नहीं होते हैं। LTE प्रदाताओं के लिए SFSB अंतरिम समाधान है, जो कॉल पूरा करने के लिए या टेक्स्ट मैसेज भेजने के लिए 3G या 2G नेटवर्क के भरोसे रहते हैं।

किसी भी नेटवर्क से कनेक्ट करते समय पूरे प्रक्रिया के दौरान फोन के पहचान को साबित करने के लिए एक ऑथेंटिकेशन कोड भेजना होता है, लेकिन जब कोई डिवाइस 4G LTE नेटवर्क से एक निचले नेटवर्क पर स्विच करता है तो कोई प्रमाणीकरण नहीं किया जाता है। ऑथेंटिकेशन के अभाव में हैकर्स विक्टिम के कॉल्स और एसएमएस तक के एक्सेस हासिल कर लेते हैं। यह प्रक्रिया सिर्फ 60 सेकंड में पूरा होता है।

यह यूजर्स के लिए क्यों है खतरनाक ?

अधिकतर ऑनलाइन सेवाओं की ओर से उठाए गए उन्नत सुरक्षा उपायों के लिए हमें धन्यवाद देना चाहिए। यूजर्स के बैंकिंग या उनके सोशल मीडिया अकाउंट को साइन करने से पहले उनके फोन में एक ऑथेंटिकेशन कोड भेजा जाता है।

जब हैकर्स आपके कॉल और एसएमएस का एक्सेस प्राप्त कर लेते हैं, तो उनके लिए काफी आसन हो जाता है उसे पासवर्ड को रीसेट करना। हैकर्स आपके अकाउंट की सेटिंग को रिसेट कर फोन में ओटीपी जनरेट कर आसानी से आपके अकाउंट को हैक कर सकता है।

कैसे करें अपना बचाव:

“यूनिकोर्न टीम वायरलेस सुरक्षा शोधकर्ता हुआंग लिन ने बताया,”हमने मोबाइल कम्युनिकेशंस एलायंस (जीएसएमए) के लिए ग्लोबल सिस्टम को इस कमजोरी के बारे में जानकारी दी है।”