ऐतिहासिक फैसला: अब कोई इंसान नहीं करेगा सीवर में घुसकर सफाई…अपनाया जाएगा ये नया तरीका

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नई दिल्ली : तमिलनाडु में मंदिरों की नगरी कुम्बकोणम में रोबोट सीवरों की सफाई करेंगे। केरल की स्टार्ट अप कंपनी ‘जेनरोबोटिक्स’ ने ‘बंदीकूट’ नाम के ये रोबोट बनाए हैं।

कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने कुम्बकोणम नगरपालिका को रोबोट सौंपे। कुम्बकोणम नगरपालिका क्षेत्र में करीब 5,000 मेनहोल हैं जिनकी नियमित तौर पर सफाई की जाएगी। नगरपालिका मशीनों के जरिये हर महीने करीब 400 से 500 सीवर मेनहोल की सफाई करती है।

यह प्रक्रिया काफी पेचीदा है और कई बार इसमें इंसानी हाथ की जरूरत पड़ती है। नगरपालिका की आयुक्त उमा माहेश्वरी ने कहा कि इन कामों को स्वचालित बनाने के लिए इंडियन ऑयल ने मेनहोल की सफाई करने वाले रोबोट मुहैया कराए हैं।

वाईफाई, ब्लूटूथ और नियंत्रण पैनल से लैस इस रोबोट में चार पैर और एक बाल्टी लगी है। यह मकड़ी जैसा दिखता है। आर्मेनिया के अरिंज गांव में एक महिला तोस्या घारीबिन ने अपने पति लेवोन अरकेल्यान से आलू रखने के लिए बेसमेंट में एक कमरा बनाने को कहा। लेवोन ने 23 साल में जमीन के अंदर एक महल तैयार कर दिया। 2008 में लेवोन दुनिया में नहीं रहे लेकिन उनका बनाया महल पर्यटकों को खूब लुभा रहा है।