युवक के हाथ पर मोहर लगाकर दरोगा ने कहा लिख गई रिपोर्ट।

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police stampकानपुर। फिल्म दिवार में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के हाथ पर लिख दिया था, मेरा बाप चोर है, जो आज भी लोगो के जेहन में दौड़ रहा है, हांलाकि की वो फिल्म के पटकथा का एक हिस्सा था कुछ एसा ही नजारा कानपुर में देखने को मिला, काकादेव थाने में अपने मोबाइल चोरी हो जाने की रिपोर्ट लिखवाने गए एक युवक की हथेली पर मोहर लगा कर साइन कर दरोगा ने कहा लिख गयी तेरी रिपोर्ट।

कानपुर के काकादेव इलाके में रहने वाले अभिनव का मोबाइल कल देर शाम चोरी हो गया, मोबाइल चोरी हो जाने के बाद जैसे हर लोग करते है अभिनव ने भी वही किया, अभिनव ने भी अपने मोबाइल चोरी होने की एक अप्लिकेसन लिखी और पहुच गया काकादेव थाने, अभिनव के मुताबिक़ जब वह थाणे में गया तो वहा एस ओ अरविन्द कुमार और दो सिपाही बैठे हुए थे, अभिनव ने एस ओ से अपने मोबाइल चोरी होने की बात बताई, और चोरी होने का रिपोर्ट दर्ज करने की बात कही।

एस ओ ने अभिनव को सुबह अप्लिकेसन के साथ आने को कहा, इसपर अभिनव ने एस ओ को लिखी हुई अप्लिकेसन दी, जिसे लेकर एस ओ ने फिर उसे जाने के लिए कहा, इसपर अभुइनव ने एक रिसीविंग की कापी मांगी बस अभिनव का रिसीविंग कापी माँगना एस ओ अरविन्द को नागवार गुजरा, और तमतमा, एस ओ ने अभिनव के हथेली पर मोहर मार कर अपनी साइन कर दी, और कहा लो हो गया तुम्हारा ऍफ़.आई.आर दर्ज।

police stamp on handयकिन ना हो तो आप अभिनव की हथेली को गौर से देखिये, आपको मोहर और सिग्नेचर साफ़ दिख जाएगाए एस ओ के इस हरकत पर अबिनव ने पुलिस के बड़े अधिकारिओ से इसकी शिकायत की, मगर अधिकारिओ ने मामले जाच करने की बात कह मामले को पचा गए, जब इस मामले पर कानपुर के एस एस पी से बात की गयी तो उनका कहना था की वो दिल्ली में है, और उन्हें इसके बारे में कुछ नहीं पता।

उधर जब ये बात कानपुर के डी आई जी तक ये बात पंहुची तो उन्हें भी एस ओ के इस हरकत पर आश्चर्य हुआ, डी आई जी आर. के. चतुर्वेदी का कहना है था कि ये गंभीर मामला हैए अगर एस ओ ने ये हरकत की हो या ना की हो कार्यवाही दोनों सूरतो में की जायेगी, चतुर्वेदी के अनुसार अगर युवक ने अपने से मोहर लगाईं है तो भी और अगर एस ओ ने ये हरकत की तो भी एस ओ पर कार्यवाही की जायेगी। उधर अभीतक एस ओ पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी है, और युवक अभिनव् अपने मोबाइल चोरी हुए रिपोर्ट के रिसीविंग के लिए परेशान हैए क्योकि मोबाइल कंपनी वाले हथेली पर किये साइन और लगाए गए मोहर को मानने को तैयार नहीं है।