शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी की शिक्षा पर बवाल जारी

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mdeनई दिल्ली : स्मृति ईरानी को मानव संसाधन विकास मंत्री बनाने के फैसले पर कांग्रेस नेता अजय माकन और नरेंद्र मोदी की समर्थक मानी जाने वाली मशहूर लेखिका और पत्रकार मधुकिश्वर ने सवाल खड़े किए हैं। माकन और मधुकिश्वर ने स्मृति को एचआरडी मिनिस्ट्री देने के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि अंडर ग्रैजुएट होने के बावजूद उन्हें देश की शिक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी कैसे दे दी गई है।

कांग्रेस के सीनियर लीडर अजय माकन ने जहां अंडर ग्रैजुएट स्मृति ईरानी को मानव संसाधन विकास मंत्री बनाने पर सवाल उठाए हैं, वहीं डिफेंस और फाइनैंस जैसे दो बड़े विभागों को एक ही मंत्री अरुण जेटली को सौंपे जाने पर भी हैरानी जताई।

मोदी की समर्थक और लेखिका मधुकिश्वर ने स्मृति ईरानी को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने पर ट्वीट किया, ‘स्मृति ईरानी 12 वीं पास है। वह फैशन मॉडल बनने गईं और टीवी सीरियल में बहू बन गईं। क्या भारत का शिक्षा मंत्री बनने के लिए यही योग्यता है? हैरानी नहीं होगी, अगर स्मृति ईरानी की असाधारण प्रतिभा को मान्यता प्रदान करते हुए उप प्रधानमंत्री बना दिया जाए। मौजूदा शैक्षणिक अव्यवस्था से भारत को आगे ले जाने के लिए अलग नजरिए की जरूरत है।’ मधुकिश्वर यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने लिखा, ‘स्मृति ईरानी बी-कॉम फर्स्ट ईयर पास होने का दावा करती हैं, लेकिन उनके पास ऐसी कोई डिग्री नहीं है। यानी उन्होंने बस ऐडमिशन लिया और पढ़ाई छोड़ दी। उनके शपथ पत्र में गलत जानकारी दी गई।’

जेटली को वित्त और रक्षा मंत्रालय देने पर माकन ने कहा कि चुनाव के दौरान मोदी चीन और पाकिस्तान पर निशाना साधते रहे, लेकिन उनके पास एक ऐसा नेता नहीं है, जिसे रक्षा मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया जा सके। भला वित्त और रक्षा मंत्रालय साथ-साथ कैसे चल सकते हैं? माकन ने कहा कि कई अहम विभागों को एक साथ मिलाने का प्रशासनिक दृष्टि से कोई मतलब नहीं है।

गौरतलब है कि मोदी कैबिनेट में अरुण जेटली को डिफेंस ऐंड फाइनेंस और स्मृति ईरानी को मानव संसाधन विकास मंत्री बनाया गया है। जेटली को अमृतसर से कैप्टन अमरिंदर सिंह ने और स्मृति को अमेठी से राहुल गांधी ने हराया था। जहां मोदी कैबिनेट की औसत उम्र 61 साल के आस-पास है, वहीं स्मृति ईरानी महज 38 साल की हैं। माकन के आरोपों पर जब कैबिनेट ब्रीफिंग में कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपने गिरेबां में झांक कर देखने की जरूरत है।

स्मृति ईरानी के पक्ष में बोली उमार भारती :
जल संसाधन, नदी विकास और गंगा पुनरुद्धोर मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद उमा ने एक सवाल के जवाब में कहा, स्मृति ईरानी की शैक्षणिक योग्यता पर जिस तरह से कांग्रेस सवाल उठा रही है, उससे मैं बेहद आहत हूं। मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि सोनिया गांधी की शैक्षणिक योग्यता क्या है, जो यूपीए सरकार की प्रमुख थीं। सरकार उनके निर्देशों पर ही चल रही थी।

उन्होंने कहा, कांग्रेस पहले बताए कि सोनिया गांधी कितना पढ़ी हैं और कहां पढ़ी है, उसके बाद उन्हें स्मृति के बारे में पूछने का अधिकार होगा। कांग्रेस नेता अजय माकन ने मंगलवार को ट्विटर पर लिखा था, “मोदी सरकार के क्या कहने। मानव संसाधन विकास मंत्री ग्रेजुएट तक नहीं हैं।”

उमा ने कहा, कांग्रेस ने दो भूलें की हैं। पहले मेरे झांसी से खड़े होने पर सवाल उठाए और दूसरा स्मृति को निशाना बनाया। यह जरूरी नहीं कि स्वास्थ्य मंत्री एमबीबीएस डॉक्टर ही हो। आप पहले काम देखिए, उसके बाद सवाल कीजिए।

इस विवाद में लालू और मीसा भी कूदे :
लालू प्रसाद ने ट्वीट कर तंज कसते हुए कहा, ‘आप तंग सोच के हैं क्या, जो इनके लिए (स्मृति ईरानी) शिक्षा पर सवाल उठाते हैं? वह तो राबड़ी देवी, भगवतिया देवी और फूलन देवी के लिए उठाना उचित था..है ना?’

इसके पहले लालू ने एक और ट्वीट किया जिसमें कहा, ‘मुलायम और मायावती तो टीचर थे, फिर भी उन्हें क्रमश: भैंस चराने वाला और अनपढ़ कहा गया। मायावती पर जातिगत टिप्पणियां कर गाली दी गईं।’ इसके पहले उन्होंने एक और ट्वीट कर कहा, ‘मैं बीए, एलएलबी हूं फिर भी मुझे अनपढ़, गंवार, बेवकूफ ग्वाला कहा गया, फिर भी मैंने कुछ नहीं कहा।’

लालू के ट्वीट के बाद उनकी बेटी मीसा ने भी स्मृति पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘अगर 12वीं पास व्यक्ति एचआरडी मिनिस्टरी, उच्च शिक्षा, जॉब, शिक्षा में एफडीआई, आईआईटी-आईबाईएम-एम्स, स्किल डेवलपमेंट, युवाओं की उम्मीदों और बेसिक शिक्षा को समझ सकता है तो मेरा विश्वास मानिए कि 12वीं के बाद शिक्षा की कोई जरूरत नहीं।’