जानें केजरीवाल के शपथ ग्रहण की खास बातें

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नई दिल्ली : अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली। केजरीवाल ने शपथ ग्रहण करने के बाद रामलीला मैदान पर मौजूद हजारों समर्थकों की भीड़ को संबोधित किया। जानें केजरीवाल के शपथ ग्रहण की कुछ खास बाते।

1)केजरीवाल ने शपथ के बाद भाषण की शुरुआत तीन नारों से की। भारत माता की जय, इंकलाब जिंदाबाद और वंदे मातरम।

2)केजरीवाल बोले, ये जनादेश कुदरत का करिश्मा है। ऊपर वाला कोई बड़ा काम करवाना चाहता है। हम निमित्र मात्र हैं।

3)चुनाव नतीजों की तर्ज पर एक बार फिर केजरीवाल ने अहंकार से बचने की सलाह दी।

4)आगे की राजनीतिक रणनीति पर उन्होंने साफ कर दिया। फिलहाल मकसद दिल्ली के बाहर जाकर चुनाव लड़ना नहीं, बल्कि यहीं जमकर सरकार चलाना है।

5)आम आदमी पार्टी के नाम पर किसी को भी गुंडागर्दी करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। पुलिस ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई करे।

6)पुरानी तर्ज पर फिर दोहराया। कोई रिश्वत मांगे तो मना मत करना। उससे सेटिंग कर लेना और फिर उसका स्टिंग कर लेना।

7)मीडिया को नसीहत दी। बार बार माइक अड़ा कर मत पूछें कि ये काम कितने दिन में करेंगे, वह काम कितने दिन में करेंगे। घर कितना बड़ा लेंगे. गाड़ी लेंगे कि नहीं। सब काम करेंगे और बाकियों से बेहतर करेंगे।

8)दिल्ली में चर्च पर हुई घटनाओं और उससे पहले की सांप्रदायिक झड़पों का जिक्र कर कहा, इस तरह की राजनीति अब दिल्ली में नहीं चलेगी।

9)पीएम के साथ मुलाकात कर दिल्ली को पूर्ण राज्य की बात का जिक्र किया। बीजेपी को उसका चुनावी वादा याद दिलाया।

10)राजनीति उदारता का परिचय देते हुए कहा, जिन्होंने वोट नहीं भी दिया। उनका भी सीएम हूं। हर बूथ का विकास होगा।

11)व्यापारियों को बोला। सरकार परेशान नहीं करेगी। आप ईमानदारी से टैक्स दें. आपके दिए हर पैसे का सही इस्तेमाल आपके लिए ही होगा।

12)लाल बत्ती कल्चर पर प्रहार किया। बोले वीआईपी राज हमारी सरकार में नहीं चलेगा।

13)किरण बेदी का जिक्र कर कहा, मेरी बड़ी बहन के बराबर हैं। उनका सहयोग लूंगा। कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदार अजय माकन का भी जिक्र किया। कहा, उनके अनुभव का लाभ लेंगे।

14)ईश्वर से प्रार्थना की। फिर कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया। उन्हें हीरा और सोना कहा। उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी की तर्ज पर क्रिकेट टीम को वर्ल्ड कप के लिए शुभकामनाएं दीं।

15)आखिरी में वही प्रार्थना गाने के साथ फिर दोहराई। इंसान का इंसान से हो भाईचारी। यही पैगाम हमारा।