बसपा सुप्रीमो ने कहा अखिलेश सरकार और मोदी में कोई फर्क नहीं

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mayaलखनऊ। एकबार फिर बसपा प्रमुख मायावती उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार पर जमकर बरसी। मायावती ने कहा कि इस समय उत्तर प्रदेश में मुसलामानों का हाल वैसा ही है जैसे गुजरात में एक समय था। दरअसल सोमवार को बसपा सुप्रीमो ने लखनऊ स्थित अपने पार्टी कार्यालय में अपने पार्टी के पदाधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। जिसमे मुजफ्फरनगर में शिविरों पर चलाये गए बुलडोजर के साथ आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति पर भी चर्चा हुई।

प्रदेश की अखिलेश सरकार पर अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि गुजरात की नरेन्द्र मोदी सरकार के नक्शेकदम पर चल रही है। साथ ही सपा सरकार अमानवीय कार्रवाई के तहत कडाके की ठंड में मुजफ्फरनगर दंगा पीडितों के शिविरों पर बुलडोजर चलवाकर उनके जख्मों पर उसी तरह नमक छिडक रही है जैसे गुजरात की भाजपा सरकार मुसलमानों के खिलाफ अब तक करती आई है। मायावती ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर और शामली में हुआ दंगा सपा और भाजपा की मिलीभगत का ही नतीजा था, आज प्रदेश में मुसलमानो के अंदर असुरक्षा और भय का माहौल बन गया है।

मायावती ने यहां आगामी लोकसभा चुनाव के लिये पार्टी की तैयारियों की समीक्षा सम्बन्धी बैठक में कहा कि सपा सरकार की लापरवाही और निकम्मेपन के कारण एक तरफ तो लोग अपना घर-बार, जमीन-जायदाद और कारोबार छो़डकर जहां-तहां शिविरों में अपनी जान बचाने को मजबूर हैं। अब वह उनके शिविरों पर बुलडोजर चलवाकर इस ठंड के मौसम में उन्हें बेआसरा करने का घोर अमानवीय कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि दंगा कराने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के बजाय शिविरों पर बुलडोजर चलवाकर राज्य सरकार पीडितों के जख्मों पर ठीक वैसे ही नमक छिडक रही है जैसे गुजरात में भाजपा की सरकार द्वारा मुस्लिम समाज के लोगों के खिलाफ अब तक किया गया है।

मायावती ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के दंगा राहत शिविरों में रहने वाले लोगों को षड्यंत्रकारी करार दिये जाने सम्बन्धी बयान पर कहा कि सरकार दंगा पीडितों के प्रति संवेदनशीलता दिखाने के बजाय अपनी विफलता पर पर्दा डालने के लिये उन्हीं पर अनाप-शनाप आरोप लगा रही है, जिसकी जितनी भर्त्सना की जाए, कम है।

मुजफ्फरनगर और शामली समेत कई पश्चिमी जिलों में सपा और भाजपा की मिलीभगत से हुए साम्प्रदायिक दंगों के बाद हालात काफी भयावह हो गये हैं। बैठक में मायावती ने आगामी 15 जनवरी को अपने जन्मदिवस पर लखनऊ में होने वाली सावधान विशाल महारैली की तैयारियों की भी समीक्षा की।