12 साल बाद फिर बॉस्टन में धमाके से दहला अमेरिका

Like this content? Keep in touch through Facebook

gallery-boston-marathon-explosions12 साल बाद फिर अमेरिका के बोस्टन में सोमवार को आयोजित मैराथन में तीन बम धमाके हुए। 9/11 के बाद यह अमेरिका में पहला बड़ा आतंकी हमला है। सर्वशक्तिमान कहे जाने वाला अमेरिका भी अपने यहां आतंकवादी हमले को 12 साल से ज्यादा नहीं रोक पाया। यहाँ दोनों बम कचरे के डिब्बों में रखे गए थे। धमाके 16 सेकंड्स के अंतर पर हुए। धमाकों की जांच वहां की संघीय जांच एजेंसी एफबीआई आतंकवादी हमला मानकर कर रही है। हालांकि धमाकों के कई घंटे बीत जाने के बाद भी जांच अधिकारियों के पास कोई ठोस सबूत या संकेत हाथ नहीं लगा है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा,

“हमारे पास फिलहाल सभी सवालों के जवाब नहीं हैं। उन्होंने कहा है अभी हम नहीं बता सकते यह हमला किसने और क्यों किया है।

 

एक तरफ तो अमेरिका के एक पूर्व आतंकवादरोधी अधिकारी ने वॉशिंगटन पोस्ट अखबार से कही गई बातों से यह अंदाजा लगया जा रहा है कि इसमें अल-कायदा का हाथ हो सकता है। वहीँ दूसरी तरफ यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि हो सकता है कि यह किसी घरेलू ग्रुप का काम हो, लेकिन अधिकारी और वाइट हाउस जल्दबाजी में किसी भी फैसले पर नहीं पहुंचना चाहते। इस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर अखबार से कहा, ष्इस वक्त कुछ भी कहना मुश्किल है। इसमें किसी सैन्य ठिकाने या टाइम्स स्क्वयेर जैसी मशहूर जगह को निशाना नहीं बनाया गया है। यह किसी ऐसे ग्रुप का काम हो सकता है जिसके विदेशियों से संबंध शायद ही हों।

बराक ओबामा ने अपने भाषण में कहा है कि हम पता लगा लेंगे कि यह किसने किया और दोषी का पता लगने पर उसे बक्शा नहीं जाएगा ।यहाँ सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूरे अमेरिका में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अमेरिका के सभी बड़े शहरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। बॉस्टन का एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है और । उस हवाई क्षेत्र को नो फ्लाई जोन घोषित किया गया है।

अलकायदा प्रमुख लादेन को उसके घर में घुसकर मारने वाला अमेरि‍का अपने ही घर में होने वाला बम वि‍स्फोउट नहीं रोक पाया। बोस्टरन बम वि‍स्फोहट कांड साफ इशारा करता है कि खुद को दुनि‍या की सबसे अच्छा बताने वाली अमेरि‍की सुरक्षा एजेंसि‍यां फेल हो चुकी हैं। जानकारों का मानना है कि आने वाले दि‍नों में अमेरि‍का में हिंसा बढ़ सकती है और बम विस्फोट की और भी घटनाएं हो सकती हैं। अगर यह आतंकवादी हमला है तो अमेरिका के कड़े सुरक्षा प्रबंधों पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा होता है।

बॉस्टन के पुलिस कमिश्नर एडवर्ड डेविस ने धमाकों के कुछ देर बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने कहा कि ऐसी किसी गतिविधि के बारे में कोई खुफिया सूचना नहीं मिली थी। अमेरिका के सभी बड़े शहरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। बॉस्टन का एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है। उस हवाई क्षेत्र को नो फ्लाई जोन घोषित किया गया है। करीब 12 साल तक अमेरिकी जांच एजेंसियां मुल्क को आतंकी हमलों से बचाए हुए थीं। इस बीच दर्जनों आतंकी हमलों की साजिशों का पर्दाफाश किया है। 1897 में शुरू हुई बॉस्टन मैराथन अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा आयोजन है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी बड़ी साख है। लिहाजा अगर यह आतंकवादी हमला है तो अमेरिका के कड़े सुरक्षा प्रबंधों पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा होता है। दोनों बम कचरे के डिब्बों में रखे गए थे। धमाके 16 सेकंड्स के अंतर पर हुए। ऐसी खबरें हैं कि बॉस्टन पुलिस को एक अश्वेत व्यक्ति की तलाश है। शक है कि यह साजिशकर्ता अरब नागरिक हो सकता है। लेकिन फिलहाल अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

12 साल बाद अमेरिका पर हमले का मुख्य कारण यह भी बतया जा रहा है की अमेरि‍का में 9/11 के बाद से जि‍स तरह से सुरक्षा व्यहवस्था बढ़ा दी गई, उससे वहां के आम लोगों को भारी दि‍क्कबतों का सामना करना पड़ा है। लोग वक्तथ बेवक्त होने वाली सुरक्षा जांच से ऊब चुके हैं। इसके अलावा अमेरि‍की सुरक्षा एजेंसि‍यों ने अपने देश के अंदर बनने वाले संगठनों पर अधिक ध्यान न देकर हमेशा बाहरी आतंकवाद पर ज्यादा ध्यान दि‍या है।

अलकायदा प्रमुख लादेन को उसके घर में घुसकर मारने वाला अमेरि‍का अपने ही घर में होने वाला बम वि‍स्फोउट नहीं रोक पाया। बोस्टरन बम वि‍स्फोहट कांड यह इशारा करता है कि खुद को दुनि‍या की सबसे अच्छा‍ बताने वाली अमेरि‍की सुरक्षा एजेंसि‍यां फेल हो चुकी हैं। जानकारों का मानना है कि आने वाले दि‍नों में अमेरि‍का में हिंसा बढ़ सकती है और बम विस्फोट की और भी घटनाओं की संभावना जताई जा रही है।