जानिये, कैसे अटलजी की अस्थि विसर्जन के दौरान टला बड़ा हादसा

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नई दिल्ली : यूपी के बस्ती जिले में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में एक बड़ा हादसा होते होते टल गया। दरअसल बस्ती जिले में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के अस्थि विसर्जन के कार्यक्रम में एक बड़ा हादसा उस वक्त होते-होते टल गया जब अस्थि विसर्जन के दौरान नाव का संतुलन बिगड गया और नाव में सवार लोग नदी में जा गिरे। नदी में गिरने वाले लोगों में बीजेपी के सांसद और पुलिस अफसर शामिल थे। हादसे के तुरंत बाद सभी लोगों को नदी से बाहर निकाल लिया गया। गनीमत रही कि इसमें किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ है।

शनिवार शाम को बस्ती जिले के कुआनों नदी के अहमद घाट पर अटलजी के अस्थि विसर्सजन के दौरान नाव पलट गई। नाव पर भाजपा के कई बडे नेता और पुलिस आफिसर सवार थे। नाव पर चढ़ने के समय ही उसका संतुलन बिगड गया जिसके चलते बीजेपी के राज्यमंत्री सुरेश पासी, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमापति राम त्रिपाठी, सांसद हरीश द्विवेदी, चार अन्य विधायक और एसपी दिलीप कुमार नदी में गिर गई। घाट पर मौजदू सुरक्षाकर्मियों ने बिना किसी देरी के नदी में डूब रहे सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।

पुलिस के मुताबिक नाव के चलते ही 10-12 की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और नेता नाव पर सवार होने लगे। जिसके चलते नाव के एक तरफ भार अधिक बढ़ जाने से वह नदी में पलट गई। हादसे के बाद घाट पर भगदड़ मच गई। नदी में डूब रहे नेताओं को उनकी सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने निकाला। जबिक एसपी दिलीप कुमार को बस्ती के सिओ सिटी आलोक कुमार ने डूबने से बचाया। सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया। जिसके बाद सभी ने घाट के किनारे ही अटलजी की अस्थियों का विसर्जन किया।

हादसे के वक्त घाट पर 200 की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता, पुलिसकर्मी और मीडिया के लोग मौजूद थे। नाव से नदी के बीच में जाकर अस्थि विसर्जन करने का कार्यक्रम चल ही रहा था। लोग नाव पर सवार हो रहे थे इतने मे नाव पर बैठे लोग जोर-जोर से चिल्लाने लगे जिसकी वजह से घाट पर भगदड़ सी मच गई। हालांकि घाट पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने हिम्मत का काम करते हुए नदी में डूब रहे सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया और एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया।