चिदंबरम: बैंक कस्टर्म न खरीदें सोना

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P chidambaramदेश के फाइनैंस मिनिस्टर पी चिदंबरम ने सोना मंहगा होने के एक दिन बाद ही इसकी मांग में कमी लाने के लिए नई रणनीति अपनानी शुरू कर दी है। उनका कहना है कि बैंकों को अपने ग्राहकों को यह सलाह देनी चाहिए कि उन्हें सेविंग्स के पैसे से सोना नहीं खरीदें। इसके बजाय उन्हें फाइनैंशल ऐसेट्स में इन्वेस्ट करना चाहिएए जिससे इकनॉमिक ग्रोथ का ग्राफ ऊपर उठ सके।

उन्होंने कहा कि, बैंक सोने की चाहत कम करने में भूमिका निभा सकते हैं। मैं सभी बैंकों से कहूंगा कि कृपया वे अपनी सभी ब्रांचेज को इस बारे में सलाह दें। ब्रांचों को अपने ग्राहक को सोना खरीदने या उसमें इन्वेस्ट करने के लिए प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘अप्रैल में हमने 142 टन और मई में 162 टन गोल्ड का इंपोर्ट किया। पिछले साल मंथली एवरेज इंपोर्ट 70 टन था। इस साल के शुरुआती दो महीने में एवरेज इंपोर्ट 152 टन है।’ RBI भी सोना इंपोर्ट कंट्रोल करने के लिए काफी समय से प्रयास कर रही है ।

सरकार के सोना पर इंपोर्ट ड्यूटी 6 से बढ़ाकर 8 फीसदी करने के एक दिन बाद फाइनैंस मिनिस्टर ने यह बात कही है। सोने के दाम में आई तेज गिरावट से लाखों लोग खुश हुए थे।
यह छह महीने के अंदर सोने की इंपोर्ट ड्यूटी में दूसरी बढ़ोतरी है। बढ़ते करेंट अकाउंट डेफिसिट (CAD) पर चिंता जताते हुए चिदंबरम ने कहा, ‘CAD बढ़ाने में सोने की बड़ी भूमिका रही है।

उन्होंने कहा किए मुझे अफसोस है कि मैं इन लाखों लोगों में शामिल नहीं था। मैंने RBI गवर्नर से कहा है कि अन्तराष्ट्रीय बाज़ार में सोने के अन्तराष्ट्रीय बाज़ार में में आई कमी इंडिया के लिए अच्छी खबर नहीं है। हमारा डर सही साबित हुआ है। अन्तराष्ट्रीय बाज़ार में दाम घटने के बाद अप्रैल और मई में गोल्ड इंपोर्ट में बढ़ोतरी हुई है।