पेट्रोलियम मंत्रालय में जासूसी, सात गिरफ्तार

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नई दिल्ली: कॉरपोरेट जासूसी के संदिग्ध मामले पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने पेट्रोलियम मंत्रालय के दो अधिकारियों समेत सात लोगों को धन के लिए ऊर्जा कंपनियों को गोपनीय सरकारी दस्तावेज लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया।

सूत्रों की मानें तो दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मंत्रालय से नीतिगत गोपनीय फाइलें गायब कर उन्हें ऊर्जा कंपनियों को बेचने के आरोप में पत्रकार शांतनु सैकिया समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें पेट्रोलियम मंत्रालय के दो कर्मचारी शामिल हैं, जबकि एक रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का कर्मचारी बताया जा रहा है।

हालांकि दिल्ली के पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी का कहना है कि उन्होंने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ जारी है। बरामद किए गए कागजात की भी जांच संबंधित अधिकारी से कराई जा रही है।

इस जासूसी मामले में पुलिस ने पत्रकार शांतनु सैकिया को भी गिरफ्तार किया है। शांतनु पेट्रो वॉच नाम से एक वेब पोर्टल चलाते हैं। सैकिया पर कारोबारी घराने को जानकारी देने और पेट्रोलियम मंत्रालय के दस्तावेज लीक करने का आरोप है।

इस मानले में जिन पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनमें से आसाराम और ईश्वर सिंह पेट्रोलियम मंत्रालय में क्लर्क और चपरासी हैं। गिरफ्तार व्यक्तियों में से एक ने खुद को पत्रकार बताया है। इस व्यक्ति की मंत्रालयों में गहरी पैठ मानी जाती रही है। शास्त्री भवन में उसका काफी आना-जाना लगा रहता था। बाकी दो के तार कंपनियों से जुड़े बताए जा रहे हैं। क्राइम ब्रांच की टीम 5 आरोपियों को शास्त्री भवन के कमरा नंबर 212 और 201 में लेकर गई. मामले की परतें खोलने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम डॉक्यूमेंट चोरी के सीन को आरोपियों से दोहरा रही है।

बताया जाता है कि क्राइम ब्रांच इन पांचों पर पिछले कई दिनों से नजर रखी हुई थी। फिलहाल पुलिस पांचों से पूछताछ कर रही है। माना जा रहा है कि दस्तावेजों की हेराफेरी में शामिल व्यक्तियों पर ऑफिशल सीक्रेट एक्ट के उल्लंघन का केस दर्ज कर हो सकता है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मामले में जांच हो रही है। सच सामने आने पर दोषि‍यों के खि‍लाफ कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस को अंदेशा है कि इन फाइलों को गायब कराने में मंत्रालय के कुछ वरिष्ठ अधिकारी और कुछ निजी पेट्रोलियम कंपनियों की भी मिलीभगत हो सकती है। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में सात और गिरफ्तारियां होने का अंदेशा जताया है। पुलिस दिल्ली के कनॉट प्लेस समेत पूरे एनसीआर में कुछ बड़ी पेट्रोलियम कंपनियों के दफ्तरों पर भी छापेमारी कर रही है। एक जांच टीम एक बड़ी ऊर्जा कंपनी के मुंबई स्थित दफ्तर भी भेजी गई है।