- January 29, 2015
- By Arpana Singh Parashar
- in राष्ट्र, सम्पादकीय
देश के लिए एक गंभीर समस्या नक्सलवाद, यह सिर्फ भटके हुए आन्दोलन के अलावा और कुछ नहीं है। यह अधैर्य की उपज है। इसकी बस्ती में मानवता की कोई बयार नहीं बहती।
Read Moreदेश के लिए एक गंभीर समस्या नक्सलवाद, यह सिर्फ भटके हुए आन्दोलन के अलावा और कुछ नहीं है। यह अधैर्य की उपज है। इसकी बस्ती में मानवता की कोई बयार नहीं बहती।
Read Moreआज से कुछ एक साल पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नक्सलवाद को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक बहुत बड़ा खतरा बताया था। अगले दिन अखबारों ने उनकी चिंता को सुर्खियों में पेश भी किया। प्रधानमंत्री कुछ नया नहीं बोल गये थे।
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