- May 19, 2019
- By Pulkit Khanna
- in व्यक्ति विशेष, साहित्य
निडरता, समानता, प्रेम, वात्सल्य, व्यंग, वास्तविकता, विरोध, समर्थन, निश्चलता और जीवंतता की परिचायक है बाबा नागार्जुन उर्फ वैद्यनाथ मिस्र की कविताएँ। बिहार के विख्यात मधुबनी जिले का तरउनी गांव। गोकुल मिसिर के घर पैदा हुए ठक्कन।ठक्कन महाशय का असल नाम रखा गया बैद्यनाथ मिसिर। प्रारंभिक शिक्षा गांव की पाठशाला...
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