पटना। इस शीतलहरी में सबसे अधिक पूर्वी चम्पारण जिले के ग्रामीण क्षेत्र के लोग प्रभावित हुए। यहां पर सर्वाधिक 30 लाख 43 हजार 466 लोग प्रभावित हुए हैं। इनको केवल 50 हजार रू. विमुक्त किया गया है। 57 जगहों पर प्रत्येक दिन 500 किलोग्राम लकड़ी जलाये गये है।
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मुखिया और जाँच टीम की मिलीभगत को दर्शा रहा,चूंकि संबंधित हेड मास्टर ने अपने हस्ताक्षर को जाली करार देते हुए कानूनी करवाई की मांग
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बिहार के पूर्वी चम्पारण का पचपकड़ी बाजार पशु तस्करों का सेफ जोन बन गया है। सप्ताह में दो दिन ब्रिहस्पतवार और सोमवार को लगने वाला यह बाजार आज पुरी तरह पशु तस्करों के चन्गुल में जकड़ गया है। यहां नेपाल ,बंग्लादेश एवं देश के महानगरों के बडे़-बडे़ व्यापारी आकर...
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