जानिए , क्यों इस शहीद को CM की सहानुभूति तो मिली, लेकिन आज भी इसका परिवार मुआवजे के लिए खा रहा है ठोकरें

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नई दिल्ली : आतंकियों से लड़ते शहीद हुए जिस जवान के अंतिम संस्कार पर सीएम भी रो पड़े थे, उसी जवान का परिवार आज मुआवजे के लिए ठोकरें खा रहा है।

बात हो रही है, 28 अक्टूबर 2016 को जम्मू कश्मीर के माछिल सेक्टर में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए सिपाही मनदीप सिंह की। जिनके परिवार ने मिलने वाले मुआवजे में हो रही देरी को लेकर पीएम मोदी से मदद मांगी है।

मनदीप के बहनोई सचिन ने कहा कि सरकार को अपने किए हुए वादे को निभाना चाहिए। मनदीप की पत्नी, जो हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल है उसे प्रमोशन मिलना चाहिए और मनदीप के भाई को नौकरी मिलनी चाहिए।

उन्होने कहा कि उसका परिवार केवल यह चाहता है कि सरकार अपने वादों को पूरा करे। बता दें कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शहीद मनदीप के परिवार के लिए 50 लाख रुपये की राहत राशि और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया था।

बता दें कि पाकिस्तानी सेना और आतंकियों के हमले में कुरुक्षेत्र के गांव अंतेहड़ी निवासी मनदीप सिंह शहीद हो गए थे। मनदीप 17 सिख रेजिमेंट में सिपाही पद पर तैनात थे। पाकिस्तानी ने कायरतापूर्ण हरकत करते हुए उनके शव को क्षत-विक्षत कर दिया था। जिसके बाद सेना ने कहा था कि इस बर्बर कार्रवाई का समुचित जवाब दिया जाएगा।

सिपाही मनदीप जम्मू एवं कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में तैनात थे। उनके अंतिम संस्कार पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी पहुंचे थे। सीएम ने शहीद मनदीप के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपए देने की घोषणा की थी।