कैसे करें NDA (National Defence Academy) की तैयारी

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NDANDA में नौकरी करने का एक अलग ही क्रेज होता है। इस नौकरी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि आपको कम उम्र में ही कई अहम जिम्मेदारियां मिल जाती हैं यहां देश सेवा करने का बेहतरीन अवसर मिलता ही है, इसके साथ ही सैलरी भी काफी दमदार होती है। यही कारण है कि अधिकतर युवा इस नौकरी को पाने के लिए NDA परीक्षा की तैयारी करते हैं। हाल ही में इसके लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इसी के साथ आन निम्न बातों का ध्यान रखकर इस परिक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं:-

मनसिक मजबूती पर ध्यान देनाः
NDA की परीक्षा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं से काफी अलग होती है। अन्य परीक्षाओं में जहां मानसिक मजबूती देखी जाती है, वहीं इस परीक्षा में शारीरिक और मानसिक दोनों की मजबूती आवश्यक है। यही कारण है कि इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले स्टूडेंट्स कम उम्र में ही कमीशंड सैन्य अधिकारी बन जाते हैं।

 बरहवी उत्तीर्ण होना जरूरीः
NDA परीक्षा के लिए केवल वही अविवाहित पुरूष अभ्यर्थी (Candidate) आवेदन कर सकते हैं, जिनका जन्म 2 जुलाई 1995 से 1 जुलाई 1998 के बीच हुआ है। इसके अलावा, एयरफोर्स एवं नेवी के लिए फिजिक्स व मैथमेटिक्स विषयों के साथ 12 वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। हालांकि, आर्मी विंग के लिए किसी भी स्ट्रीम से बारहवीं पास युवा आवेदन कर सकते हैं। जो युवा बारहवीं की परीक्षा में शामिल हो रहे हैं, वे भी इस प्रतियोगिता परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं, लेकिन उन्हें SSB इंटरव्यू के समय 12 वीं पास करने का प्रमाण देना पड़ता है।

एग्जाम पैटर्नः
NDA परीक्षा में दो विषयों की कुल 900 अंकों की परीक्षा होती है-पहला, मैथमेटिक्स और दूसरा जनरल एबिलिटी टेस्ट। दोनों के ढाई-ढाई घंटे के पेपर होंगे। मैथमेटिक्स का पेपर 300 और जनरल एबिलिटी का पेपर 600 अंको का होता है।

सभी प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप के होते हैं। SSB में ओएलक्यू की जांच की जाती है। रिटन टेस्ट क्लियर करने वाले अभ्यर्थियों (Candidate) को सेना के सर्विस सेलेक्शन बोर्ड यानी SSB द्वारा इंटरव्यू और व्यक्तित्व परीक्षण के लिए कॉल किया जाता है।

SSB का मुख्य उद्देश्य अभ्यर्थी (Candidate) की पर्सनैलिटी, उसकी आईक्यू और सेना में एक ऑफिसर के रूप में उसकी ऑफिसर लाइक क्वालिटी (ओएलक्यू) को जांचना-परखना होता है।
SSB के सेंटर देश के कई शहरों में स्थित हैं और अभ्यर्थी (Candidate) को उसके निकटवर्ती सेंटर पर ही बुलाया जाता है।

आम तौर पर SSB इंटरव्यू पांच दिनों का होता है, लेकिन इसमें पहले दिन स्क्रीनिंग टेस्ट ही होता है, जिसमें साईकोलॉजिकल टेस्ट लिया जाता है। स्क्रीनिंग टेस्ट फेल होने वाले अभ्यर्थियों ;ब्ंदकपकंजमेद्ध को वापस भेज दिया जाता है। शेष को अगले चार दिन तक कई टेस्ट देने होते हैं। इस दौरान उनका ग्रुप डिस्कशन (group discussion) यानि (GD) साईकोलॉजिकल टेस्ट लिया जाता है।

इन चार दिनों में उम्मीदवार के हावभाव, बातचीत, रहन-सहन, उठने-बैठने आदि पर भी नजर रखी जाती है। अब तो आप समझ ही गए होंगे कि NDA परीक्षा पास करना आसान नहीं है। इस कठिन टेस्ट की प्रक्रिया के बाद आप भारतीय सेना के अंग बन जाते हैं। इसे चकिए मत। इससे आप बहुत कुछ हासिल कर सकेत है और अपने करियर को सफल बना सकते हैं।