जानिए, क्या है कासगंज हिंसा का सच

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नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के कासगंज में गणतंत्र दिवस के मौक़े पर शुक्रवार को निकाली जा रही तिरंगा यात्रा के दौरान हुई एक झड़प ने हिंसक रूप ले लिया पुलिस के हवाले से आई रिपोर्टों के मुताबिक हिंसा में एक युवक की मौत हो गई और कुछ अन्य घायल हो गए।

मौके पर हुए हिंसा के दौरान चंदन गुप्तान नामक युवक की मौत और हिंसा फैलाने के मामले में 112 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामले में पुलिस ने पांच प्राथमिकी दर्ज की है और 31 नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार किया

वहीं आईजी संजीव कुमार ने जानकारी दी है कि हिंसा में शामिल 32 लोगों को हत्या के केस में जेल भेज दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि रविवार को कासगंज में किसी प्रकार की कोई हिंसा नहीं हुई है। फिलहाल शांति कायम है।

जानिए पूरी घटना का सच

रिपोर्टों के मुताबिक कासगंज में कुछ युवक मोटर साइकिलों पर सवार होकर तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे। जब यात्रा बड्डू नगर इलाक़े से गुज़र रही थी तो यात्रा में शामिल युवकों की किसी बात पर मुस्लिम समुदाय के कुछ युवकों से कथित तौर पर झड़प हो गई। यही झड़प कुछ ही देर में भीषण हिंसा में तब्दील हो गई।

कुछ ही देर बाद कासगंज के सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। वहां मौजूद अलीगढ़ के पुलिस उपमहानिरीक्षक संजीव कुमार ने पत्रकारों को बताया, “सुबह प्रभात फेरी निकल रही थी, उस पर कुछ लोगों ने पथराव किया, उसी के बाद हिंसा भड़की।”

बताया जा रहा है कि पथराव शुरू होने के बाद जुलूस निकाल रहे युवक मोटरसाइकिलों को मौक़े पर ही छोड़कर भाग निकले। इसके बाद इन युवकों में भी आक्रोश भड़क गया।

घटना के बाद कुछ हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कोतवाली का घेराव किया और नारेबाज़ी की। उसके बाद शहर में कई और जगहों पर भी पत्थरबाज़ी और आगजनी की घटनाएं हुईं।

स्थानीय लोगों के मुताबिक इस इलाक़े में पहले भी सांप्रदायिक संघर्ष की घटनाएं हो चुकी हैं और ये इलाक़ा बेहद संवेदनशील माना जाता है।

सिचुएशन हुआ अंडर कंट्रोल

पुलिस के मुताबिक, फिलहाल सिचुएशन कंट्रोल में है और आसामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्ती से पेश आया जा रहा है। आपको बता दें कि 26 जनवरी से शुरू हुई हिंसा में कासगंज लगातार जलता रहा। शनिवार की रात भर उपद्रवी आगजनी की घटनाओं को अंजाम देते रहे। उपद्रवियों ने घर, कार, बाइक एंबुलेंस और मेडिकल स्टोर समेत तमाम दुकानों को आग के हवाले कर दिया। बवाल बढ़ने पर जिले भर में रविवार तक के लिए इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है।

 

वहीं यूपी के कासगंज में शुक्रवार से जारी हिंसा और आगजनी की घटनाओं के बाद उत्तर प्रदेश के नए डीजीपी ओपी सिंह ने बयान दिया है। ओपी सिंह ने राहत देने वाला बयान देते हुए कहा है कि कासगंज में अब स्थिति नियंत्रण में है और वहां के हालात अब धीरे-धीरे सामान्य होने लगे हैं।

कासगंज हिंसा के मामले में डीजीपी ने अपने ताजा बयान में कहा कि पिछले कुछ घंटों से शहर में किसी भी तरह की कोई बड़ी या आपत्तिजनक घटना सामने नहीं आयी है। कासगंज हिंसा के मामले में कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सुरक्षा के मद्देनजर शहर में पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ा दी गयी है।