कैसे रखें आंखों का खयाल

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keep-an-eye-on-your-healthआंखे हमारे शरीर की अहुत ही महत्वपूर्ण अंग होता है। आंखे हमें दुनियां की खूबयूरती दिखाती है, साथ ही हमारी सुन्दरता में भी इजाफा करती हैं। यह जितनी सुन्दर होती है, उतनी ही सेंसेटिव भी। इसके केयर में जरा सी भी लापरवाही होते ही इनमें बीमारियां लग सकती है। इन्हें बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए सही डाइट की जरूरत होती है।

लाइफस्टाइल का असरः
टेक्नोलॉजी के इस दौर में लाइफस्टाइल तेजी से चेंज हो रही है। लोग मनोरंजन के लिए टीवी से चिपके रहते हैं, तो एजुकेशन के बदलते ट्रेंड में स्टूडेंट्स के लिए कंप्यूटर फस्र्ट प्रायरिटी बन गया है। आंखों पर जोर बढ़ता जा रहा है, रिजल्ट यह आ रहा है कि अब बहुत से लोगों की आईसाइट कम उम्र में ही वीक हो रही है और उन्हें चश्में की हेल्प लेनी पड़ती है। बदलती लाइफस्टाइल से शायद हम कंप्रोमाइज न कर सकें। लेकिन अगर अपना सही डाइट चार्ट बना लें, तो आई प्राब्लम से काफी हद तक सिक्योर रहा जा सकता है।

सही डाइट का लेनाः
आंखों की सेफ्टी के लिए सबसे पहले एक डाइट चार्ट बनाएं। इसमें किसी स्पेशलिस्ट या डॉक्टर की मदद भी ले सकते हैं। अपनी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करें जो पौयिटक हों और जिनमें पर्याप्त मात्रा में विटमिन्स भी हों। कोशिश यह करें कि विटामिन ए की अधिकता भोजन में ज्यादा हो। ध्यान रखें कि विटामिन्स की कमी के चलते ड्राई- आई सिंड्रोम और आई लिड डिसआर्डर हो सकता है।

विटामिन ए की लेना है जरूरीः
आंखों की अधिकतर बीमारियां विटामिन ए की कमी से होती हैं। बीमारियों से सेफ रहने के लिए ऐसी डाइट रखें जिसमें विटामिन ए अधिक से अधिक हो। विटामिन ए अगर सही मात्रा में बॉडी को मिल रहा है तो एज का रेटीना पर असर कम दिखाई देता है। आई साइड भी वीक नहीं होती है। विटामिन ए के लिए शिमला मिर्च, गाजर, अंडे, बटर, नट, मछली, हरी सब्जियों आदि को अपनी डाइट में लेना फायदेमंद है।

विटामिन सी का सेवनः
विटामिन सी जहां आंखों के लिए लाभदायक है वहीं इससे इनका अट्रैक्शन भी लांग पीरियड तक बना रहता है। जो लोग अपनी डाइट में विटामिन सी को शामिल करते हैं उनमें कैटरेक्ट होने की आशंका कम हो जाती है। साथ ही आंखों की ब्यूटी को खत्म करने वाले धब्बे भी नहीं पड़ते हैं। विटामिन सी के लिए हमें संतरे, नीबू, अंगूर, स्ट्रोबरी, पपीते, पत्तेदार सब्जियों, हरी सब्जियों का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए।

कैटरेक्ट से बचावः
विटामिन ई की सही मात्रा कैटरेक्ट की बीमारी से बचाव करती है। इसे जरूर अपनी डाइट में शामिल करें। पपीता, नट, बादाम, अखरोट, पालक, सरसों की सब्जी, मक्का का तेल आदि अगर डाइट में है तो विटामिन ई आपको ठीक मात्रा में मिल रहर है। पर्याप्त विटामिन ई लेने से मोतियाबिंद से भी बचाव हो जाता है।

सेलेनियम का महत्वः
सेलेनियम हेल्दी और ब्यूटीफुल आईज के लिए किसी गॉड गिफ्ट से कम नहीं है। यह कैटरेक्ट से हमारा बचाव करता है। जिन लोगों को मोतियाबिंद की बीमारी हो जाती है उनके लिए यह किसी अच्छी मेडिसिन से कम नहीं है। मछली, मशरूम, प्याज इत्यादी अगर डाइट में शामिल हैं, तो सेलेनियम ठीक मात्रा में आपकी बॉडी की मिल रहा है।

जिंक भी है जरूरतः
जिंक भी अन्य विटामिन्स की तरह आंखों के लिए मस्ट है। मूंगफली, दही, चाॅकलेट, करने वालों को जिंक की कमी नहीं होती है। अपनी डाइट में जिंक देने वाली चीजें जरूर शामिल करें, देखिएगा कई छोटी-बड़ी बीमारियों के साथ – साथ आंखों में धब्बे पड़ने की प्राॅब्लम भी सामने नहीं आएगी।

योगा की ले सहायताः
जरूरी मिनिरल्स की कमी के साथ-साथ थकान भी आंखों के लिए नुकसानदायक होता है। अगर आंखों को आराम नहीं मिल रहा है तो भी वे कई प्राकर की बीमारियों की चपेट में आ जाती है। आंखों को थकान से बचाने के लिए योगा एक अच्छा विकल्प है। योगा से आंखें हेल्दी और सुन्दर बनी रहेंगी। नियमित रूप से सुबह कुछ समय योगा करें। परिणाम खुद ही दिखाई दे जाएगा।