अमेरिकी सेना में कमांडर बनी भारत की बेटी, खूंखार आतंकियों को दे रही मात

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नई दिल्ली : अमेरिकी सेना में शामिल होना एक गर्व की बात है, ऐसे में देश की पहली सिख बेटी ने अमेरिका की सेना में शामिल होकर भारत का मान बढ़ाया है।

रणबीर कौर भारतीय मूल की पहली सिख युवती है, जो 2003 में अमेरिकी सेना में शामिल हुईं थी। अब वो कमांडर बन गईं हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि तब रणबीर महज 17 साल की थी। आइए जानते हैं कैसे हुई वो सेना में शामिल?

अमेरिकी सेना ज्वॉइन करने वाली पहली सिखणी रणबीर कौर का जन्म पंजाब के जालंधर के गांव निज्जरन में हुआ। सात साल की उम्र में वो अपने पिता के साथ अमेरिका चली गई और यहीं से उन्होंने अपने पढ़ाई पूरी की।

अमेरिका में कई बार रणबीर को नस्लभेदी टिप्पणी का शिकार होना पड़ा। उन्हें अपने रंग औऱ अलग होने के कारण कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन रणबीर कौर ने कभी हार नहीं मानी।
किसी भी देश की सेना उसके लिए गर्व है। अमेरिका दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश है, ऐसे में उसकी सेना में शामिल होना एक गर्व की बात है। रणवीर को इस सेना में शामिल होने के लिए सख्त ट्रेनिंग लेनी पड़ी।

अमेरिका के न्यू ऑर्लियंस शहर में 2005 में आए भयावह कैटरीना तूफान में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान उन्होंने गुरुद्वारे के आसपास के कई नागरिकों की जान बचाई, साथ ही तूफान में तबाह हुए गुरुद्वारे से उन्होंने धार्मिक गुरु ग्रंथ साहिब को सुरक्षित निकाला।

इराक मिशन के दौरान वे घायल भी हो गईं। घायल अवस्था में उन्हें अमेरिका वापस भेजा गया। ठीक होने के बाद रणबीर कौर ने इराक में वापस अपनी यूनिट को ज्वॉइन किया और इराकी मिशन में बनीं रहीं। अमेरिकी सेना में शामिल पंजाब की इस शेरनी बेटी पर एक लेखक ब्लॉग मिस सिंह इन एक्शन लिखा है।

पंजाब की बेटी रणबीर ने अमेरिकी सैन्य इतिहास के सबसे कठिन मिशन माने जाने वाले अफगानिस्तान और इराक में यूएस आर्मी की ओर से भी हिस्सा लिया और कई बार अपनी बहादुरी का परचम लहराया।