बैंकॉक में हिंदू मंदिर के पास ब्लास्ट, 19 लोगों की मौत

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थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में बड़ा बम धमाका हुआ है। सूत्रों के मुताबिक धमाके में 19 लोगों की मौत हो गई है और 120 से अधिक घायल लोग बताये जा रहे हैं भारतीय समय के अनुसार यह धमाका 5.30 बजे और बैंकॉक के समयानुसार यह धमाका सात बजे हुआ है।दो अन्य बमों को निष्किय किया गया है। अभी ये पता नहीं चल पाया है कि इस हमले के पीछे किसका हाथ था।

भीड़भाड़ वाले व्यावसायिक जिले में स्थित भगवान ‘ब्रह्मा’ के मंदिर के भीतर आज हुए शक्तिशाली बम विस्फोट में चार विदेशी नागरिकों सहित 27 लोग मारे गए हैं और 120 लोग से अधिक घायल हुए हैं। थाईलैंड की राजधानी में यह पहला ऐसा हमला है।

चिडलोम जिले में स्थित भगवान ब्रह्मा के ‘इरावन’ मंदिर के भीतर यह विस्फोट हुआ। सरकार का मानना है कि विस्फोटों का लक्ष्य देश की अर्थव्यवस्था और पर्यटन को नुकसान पहुंचाना है।

यह मंदिर बैंकाक के व्यावसायिक गढ़ के मुख्य मार्ग पर स्थित है और इसके आसपास तीन बड़े शॉपिंग मॉल और बड़े औद्योगिक समूहों के होटल हैं। यह थाईलैंड के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है जहां पूर्वी एशिया और स्थानीय बौद्ध पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं।

हालांकि विस्फोटों में अभी तक किसी भारतीय के हताहत होने की सूचना नहीं है। विस्फोटों के बाद वहां चारों ओर लोगों के शरीर के अंग बिखरे पड़े थे, अफरातफरी मची थी। मारे गए चार विदेशी नागरिकों में से दो की पहचान चीनी और फिलीपीनी नागरिकों के रूप में हुई है।

बताया जा रहा है कि ये धमाका हिंदू मंदिर के पास हुआ है। मोटरसाइकिल में यह धमाका हुआ है। इसे धमाके को रिमोट से किया गया है। जिस इलाके में विस्फोट हुआ वो बैंकॉक का बिजनेस हब कहा जाता है। यह बम विस्फोट कैसे हुआ और किसने किया अभी इसकी जानकारी नहीं मिली है। सूत्रों ने बताया कि बैंकॉक के मध्य स्थित इरावन सराइन पर धमाका हुआ। इरावन हिंदुओं का मठ है।

शहर के कुछ और हिस्सों में भी बम लगाए थे। कुल तीन बम लगाए गए थे। अच्छी बात ये हुई कि शहर में अलग-अलग जगहों पर दो और बमों में धमाका नहीं हुआ।

धमाका काफी शक्तिशाली था। थाईलैंड के पुलिस प्रमुख सोम्योत पोम पुमउयांग का कहना है, ”धमाके का असर लगभग 100 मीटर के दायरे में हुआ। जानकारों का कहना है कि धमाके के लिए तीन किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। इस हमले के पीछे कोई भी मक़सद हो सकता है।

थाईलैंड में इस समय सेना समर्थित सरकार है। सैन्य सरकार के प्रवक्ता का कहना है, ”सरकार का पूरा ज़ोर इस बात पर है कि इस धमाके की जांच के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी और इसके लिए जि़म्मेदार लोगों न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।

वहीं थाईलैंड के रक्षा मंत्री प्रवित वोंग सुवान का कहना है कि ये धमाका विदेशी पर्यटकों को निशाना बनाने के इरादे से किया गया था। इसीलिए धमाके के लिए इरावान मंदिर को चुना गया जहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं।