जानिए खून की दलाली बयान पर अमित शाह ने कैसे राहुल समेत विपक्षियों को लताड़ा

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नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खून की दलाली के बयान की भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इससे देश और भारतीय सेना का अपमान हुआ है। कांग्रेस उपाध्यक्ष के बयान की भाजपा कड़ी निंदा करती है। अमित शाह ने कहा कि राजनीति के लिए तमाम मुद्दे हैं।लेकिन इन लोगों को हल्की बातों को कहने से बचना चाहिए।

राहुल राहुल ने अपने बयान में कहा, ‘जो हमारे जवान हैं, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में अपना खून दिया है, जिन्होंने हिंदुस्तान के लिए सर्जिकल स्ट्राइक किए हैं, उनके खून के पीछे आप (पीएम) छुपे हैं, उनकी आप दलाली कर रहे हो, ये बिल्कुल गलत है। हिंदुस्तान की सेना ने हिंदुस्तान का काम किया है। आप अपना काम कीजिए, आप किसान की मदद कीजिए, आप हिंदुस्तान की सेना को सातवें पे कमीशन में पैसा बढ़ा कर दीजिए, ये आपका काम है।’

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शाह ने राहुल की बातो का जवाब देते हुए कहा कि आप कभी हमें मौत के सौदागर, जहर की खेती और कभी खून की दलाली जैसे बयान आप देते रहे हैं। सभी जानते हैं कि आप पीएम मोदी के लिए क्या सोच रहे हैं। जब भी आपने बयान दिए तब हम पूर्ण बहुमत से आए और आपकी जमानत जब्त हुई। सरकार देश की सुरक्षा करने के लिए सक्षम हैं। देश की सीमाओं का कोई अपमान नहीं कर सकता है।सिर काटने की प्रथा को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।

उन्होंने कहा कि इसमें तनिक मात्र संदेह नहीं है कि सेना ने बेहतरीन काम नहीं किया है। जो लोग सर्जिकल स्ट्राइक पर संदेह जता रहे हैं उसके बारे में बोलने की जरूरत नहीं है। सेना के डीजीएमओ ने साफ तौर पर कह दिया है कि सेना ने पीओके में उचित जवाब दिया है लिहाजा इस मुद्दे पर अब कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन जिस तरह से राजनीतिक दल इस पर राजनीति कर रहे हैं उसका मतलब साफ है कि मुद्दाविहीन विपक्ष पूरी तरह हताश है।

विपक्षी दलों की मंशा पर सवाल उठाते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि आखिर वो कौन लोग हैं जो इस तरह का सवाल उठा रहे हैं। विपक्ष इस तरह के बयान देकर भारतीय फौज के मनोबल को तोड़ रहा है। विपक्षी दलों का सेना पर इस तरफ सवाल उठाना सेना का अपमान करना है ।

राहुल के इस बयान ने दलाई सोनिया की याद :
सर्जिकल स्ट्राइक पर प्रधानमंत्री मोदी पर राहुल का यह सियासी हमला कुछ उसी अंदाज में हुआ है जैसा गुजरात के 2007 के विधानसभा चुनाव के दौरान सोनिया गांधी ने उन्हें ‘मौत का सौदागर’ कहा था। जवानों के खून की दलाली के राहुल के इस बयान को स्वाभाविक रूप से भाजपा ने तत्काल थामते हुए कांग्रेस पर जवाबी गोले दागने की शुरुआत भी कर दी।
केजरीवाल और सस्ती लोकप्रियता :
सर्जिकल स्ट्राइक दिल्ली के सीएम केजरीवाल के बयान देने के बाद वो पाकिस्तान में ट्रेंड होने लगे। दरअसल ये लोग सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए कुछ भी कह सकते हैं। अमित शाह ने कहा कि केजरीवाल जी अपनी जिम्मेदारी से भागते हैं, जब उनसे सवाल पूछा जाता है तो वो दूसरे लोगों पर तोहमत लगाते हैं। सेना की इस कार्रवाई के बाद उन्हें डर सता रहा है कि कहीं पंजाब में उनकी लड़ाई कमजोर न हो लिहाजा वो सेना के सहारे भाजपा पर निशाना साध रहे हैं।

कांग्रेस नेताओं की समझ आलू की फैक्ट्री तक सीमित
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष जवानों के खून की दलाली के बयान के बाद पाकिस्तान में ट्रेंड होने लगे। भाजपा इस तरह के मंतव्यों का समर्थन नहीं करती है।कांग्रेस नेताओं की समझ आलू की फैक्ट्री तक सीमित हो चुकी है। उन्हें अब ये समझ में नहीं आता है कि गंभीर विषयों पर किस तरह से बात रखनी चाहिए। उनका एक नेता कहता है कि सर्जिकल स्ट्राइक फर्जी थी, दूसरे नेता तत्कालीन डीजीएमओ पर सवाल खड़ा कर देता है। मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि सेना के इस बलिदान का क्या कोई मोल हो सकता है। ये बयान कांग्रेस की मानसिकता बताता है। दस साल तक सेना की अनदेखी हुई।आज जब सेना हर तरीके से मजबूत है तो आप उन पर आरोप लगा रहे हैं।
पाक के पास बोलने के लिए अब कुछ नहीं
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पाकिस्तान के पास बोलने के लिए अब कुछ बचा नहीं है। पाक के हुक्मरानों को समझ में नहीं आ रहा है कि वो किस तरह बयान दें। कभी नवाज शरीफ भारत के खिलाफ युद्ध की धमकी देते हैं, तो कभी कहते हैं कि पाक सेना को आतंकी ठिकानों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। इस तरह के बयानों के बाद सामान्य तौर पर ये समझ बनायी जा सकती है कि पीओके में कुछ न कुछ तो जरूर हुआ था।

नफा-नुकसान से ऊपर उठकर सोचें राजनीतिक दल
अमित शाह ने कहा कि संवेदनशील मुद्दों पर राजनीतिक दलों को निजी नफा और नुकसान से ऊपर सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के मुद्दे पर मीडिया से संजीदगी से अपनी भूमिका निभाई है, जिसके लिए वो बधाई के पात्र हैं।