एक स्‍टडी में सामने आया है क‍ि ब्रिटेन में पाकिस्तानी मूल के लोगों को वायरस का खतरा ज्‍यादा

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नई दिल्ली : कोरोना को लेकर अब एक नई चौंकाने वाली र‍िपोर्ट सामने आई है। इस र‍िपोर्ट के मुताबि‍क सभी जात‍ि और समुदाय के लोगों पर कोरोना का खतरा एक समान नहीं है। इस अध्‍ययन से जानकारी सामने आई है क‍ि ब्रिटेन में पाक‍िस्‍तानी मूल के लोगों पर कोरोना का खतरा ज्यादा मंडरा रहा है।

यानी र‍िपोर्ट के मुताबि‍क ब्रिटेन में पाकिस्तानी मूल के लोगों में कोरोना वायरस खतरा बाकी ब्रिटिश आबादी के मुकाबले ज्यादा है। इंस्टिट्यूट ऑफ फिस्कल स्टडीज के अध्ययन की र‍िपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है।

आपको बता दें क‍ि ब्रिटिश ब्लैक अफ्रीकन और ब्रिटिश पाकिस्तानियों में बाकी आबादी से मरने वालों की संख्या 2.5 गुनी ज्यादा है। यह जानकारी तब सामने आई है जब पाक‍िस्‍तान के कई डॉक्टर्स, नर्स और मेडिकल स्टाफ की कोरोना से मौत हो गई है।

दरसअल, डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स और शोध अर्थशास्त्री रॉस वॉरविक द्वारा यह स्‍टडी की गई थी। इसका पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड ने विश्लेषण किया है जिसका कहना है कि कोविड-19 संकट का प्रभाव सभी जातियों, समुदायों पर एक समान नहीं है। यानी सभी पर अलग-अलग इसका असर है।

इसमें बताया कि गया है कि ब्लैक कैरिबियन आबादी में कोरोना से मौत सबसे ज्‍यादा है और ब्रिटिश बहुसंख्य आबादी से तीन गुनी है। वहीं अन्य अल्पसंख्यक समूहों पाकिस्तानियों और ब्लैक अफ्रीकन में मौत की संख्या बाकी ब्रिटिश आबादी के मुकाबले ज्‍यादा है। जबकि बांग्लादेशियों की मौत की दर कम है।