यूथ कांग्रेस की पाठशाला में सुझाव के बदले हुए खूब शिकायत

लखनऊ। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए एकबार फिर अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी को अपने सहयोगी यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओ की याद आने लगी है। जिसको लेकर लखनऊ के कांग्रेस कार्यलय में प्रदेश भर से यूथ कोंग्रेस और एन एस आई यू के कार्यकर्ताओं की ने  एक पाठशाला का आयोजन किया गया। जिसमे मधुसूदन मिस्त्री और निर्मल खत्री मौजूद थे। प्रदेश के इतिहास में पहली बार यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के इस पाठशाला में देखते ही देखते मधुसूदन मिस्त्री और निर्मल खत्री के सामने शिकायतो का अम्बार लग गया।

लखनऊ के प्रदेश कार्यालय में यूथ कांग्रेस की पहली बार लगे इस पाठशाला में यूथ कांग्रेस और एनएसआइयू के कार्यकर्ताओ के लिए अनोखा था, साथ ही इनके लिए उत्साहवर्धक भी रहा। इस पाठशाला में आये छात्र के रूप में यूथ कांग्रेस और एनएसआइयू के कार्यकर्ताओ को आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस के बेहतर नतीजे के लिए उनके सुझाव रखने के लिए कहा गया। मगर देखते ही देखते कार्यकर्ताओ ने सुझाव के बदले शिकायतो का अम्बार लगा दिया।

ये रहे यूथ कांग्रेस के शिकायत –

संतकबीर नगर से आये संजय पाण्डेय ने आरोप लगाया कि यूथ कांग्रेस तो कांग्रेस का घटक तो है मगर उसको कोई पावर नहीं दिए गए है। ऐसे में कांग्रेस के शीर्ष कमिटी को चाहिए कि यूथ कांग्रेस को नॉमिनेशन का पॉवर यूथ जिलाध्यक्षों को मिलाना चाहिए। साथ ही इन्होने ये भी आरोप लगाए कि बड़े नेताओं के साथ एनएसयूआई के पदाधिकारियों का रवैया यूथ कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओ के प्रति उपेक्षित होता है। ऐसे में उन्हें अपना व्यहार भाईचारा के रूप में होना चाहिए।

उधर यूथ कांग्रेस के उमाशंकर पाण्डेय ने आरोप लगाया कि यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता और पदाधिकारीयों के कामो को सम्मान नहीं दिया जाता। जिसको लेकर यूथ कांग्रेस हमेशा अपने आप को उपेक्षित महसूस करती है। ऐसे में यूथ कोंग्रेस के मनोबल को बढ़ाने के लिए उनको सम्मान और उनका भी प्रोटोकॉल होना चाहिए। जो उन्हें नहीं मिलता है।

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यूथ कांग्रेस के पदाधिकारी सियाराम ने कहा कि ये पहला मौका है जब अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के शीर्ष मंडल का कोई नेता उनसे इस तरह से मिल रहा है। इनका आरोप था कि इनके क्षेत्र में कभी प्रदेश का महासचिव या उपाध्यक्ष उनके बीच नहीं जाता और ना ही कोई समीक्षा बैठक करता है। हां चुनाव आते ही हम यूथ कांग्रेस के पदाधिकारियों और नेताओं से अलग – अलग मिलाना शुरू कर देता है। ऐसे में जरुरी है कि रदेश स्तर पर जोन वाइज अलग – अलग कमिटी बनायी जाए। जो हर तीन महीने या छै महीने पर यूथ कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओ के साथ समीक्षा बैठक करे।

उधर बुंदेलखंड से आये यूथ कांग्रेस के अमित पाण्डेय ने कहा कि बूथ गठन में यूथ कांग्रेस के महिला और पुरुष दोनों की भागीदारी तय की जाए, क्योकि नौजवानो को बूथ गठन में कोई तब्ब्जो नहीं दी जाती है। इसके अलावा इनका आरोप था कि राहुल गाढ़ी हो या सोनिया गांधी दोनों के रैली में भीड़ जुटाने के लिए बड़े नेताओ को बोला जाता है, जो बाद में हमसे ही आकर भीड़ बटोरने के लिए कहते है। ऐसे में इनके रैलियों के लिए यूथ को सीधे भागीदारी सौपी जाए ताकि हमारे काम भी राहुल गांधी देखे।

मधुसूदन मिस्त्री ने मनाया नाराज यूथ कांग्रेस को —

यूथ कोंग्रेस के पदाधिकारियों के शिकायतो को सुन अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के जनरल सिक्रेटरी और प्रदेश चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि इन यूथ पदाधिकारियों की शिकायत जायज है। इन्हे भी सम्मान मिलना चाहिए। कांग्रेस में बदलाव की बयार बहाने लगी है। ऐसे में जरुरी है कि आपके अंदर जो गुस्सा है वो बनी रहे मगर उसको एक दिशा दीजिये। आप कोई भी मसला उठाये तो उसे तबतक पकडे रहिये जबतक उसका कोई नतीजा नहीं निकल जाता। इससे आपकी इमेज बनने के साथ एक अलग पहचान भी बनेगी। मिस्त्री ने कहा कि जीवन में आगे बढ़ना तो जोखिम उठाना पड़ेगा।

मधुसूदन मिस्त्री ने यूथ कांग्रेस और एनएसआइयू के पदाधिकारियों से कहा कि ये समय सोचने का है कि आप कैसा यूपी और कैसा देश बनाना चाहते है। इसके लिए काम करना पड़ेगा लोगो के बीच जाना पड़ेगा, लोगो को समझाना पड़ेगा, वोट हमारा अधिकार है और उसको लेने के लिए लोगो के साथ कदम से कदम मिलकर चलना पड़ेगा। हमें संकल्प लेना होगा कि देश के विघटनकारियों को नही हम नहीं आने देंगे।

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