जानिये, सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पकिस्तान पर मिसाइल हमला करने की तैयारी कर क्यों रुक गया भारत

In this photo released by Indian Ministry of Defense, India’s Agni-V missile, with a range of 5,000 kilometers (3,100 miles), lifts off from the launch pad at Wheeler Island off India's east coast, Thursday, April 19, 2012. India announced Thursday that it had successfully test launched a new nuclear-capable missile that would give it, for the first time, the capability of striking the major Chinese cities of Beijing and Shanghai. (AP Photo/Indian Ministry of Defense) EDITORIAL USE ONLY

नई दिल्ली : सर्जिकल स्ट्राइक 2 के दौरान जब पाकिस्तान आर्मी द्वारा विंग कमांडर अभिनंदन को पकड़ लिया गया उसके बाद भारत ने पाकिस्तान पर मिसाइल हमले की तैयारी कर ली थी। हालांकि, अमेरिका के हस्तक्षेप के बाद भारत ने हमले की शुरुआत न करने का फैसला किया। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने भारत, पाक और अमेरिकी सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि दोनों देशों के बीच बढ़ती तनातनी में एक समय ऐसा था जब भारत ने पाक को 6 मिसाइल दागने की चेतावनी दे दी थी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत की एयर स्ट्राइक के अगले दिन यानी 27 फरवरी को पाक वायुसेना द्वारा सीमा लांघे जाने पर भारत ने पाक को सीधे हमले की धमकी दी थी। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख असीम मुनीर से बात की थी। डोभाल ने सख्त लहजे में कहा कि पायलट अभिनंदन भले ही उनकी गिरफ्त में हो, लेकिन आतंकी संगठनों के खिलाफ भारत के रवैये में कोई अंतर नहीं आने वाला। अगर पाक नहीं सुधरा तो उस पर मिसाइलों से हमला किया जाएगा।

दोनों देशों के बीच जब तनाव बढ़ रहा था तब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प उत्तर कोरिया के तानाशाह किम-जोंग-उन के साथ हनोई में मीटिंग कर रहे थे। हालांकि, इसके बावजूद मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन और विदेश मंत्री माइक पोम्पियो भारत के साथ संपर्क में थे।

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भारत में तैनात एक विदेश राजनायिक के मुताबिक, अमेरिका की पहली कोशिश पायलट अभिनंदन को छुड़ाने की थी। ऐसे में उसने भारत से आश्वासन लिया कि वह पाक पर हमले के लिए मिसाइलों का इस्तेमाल न करे।

सूत्रों के मुताबिक, इसके लिए पोम्पियो ने पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और अपनी भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज से फोन पर बात की। भारत-प्रशांत क्षेत्र के कमांडर एडमिरल फिल डेविडसन ने भी सिंगापुर में कबूल किया था कि वे भारतीय नौसेना के प्रमुख सुनील लांबा से संपर्क में हैं।

अमेरिका ही नहीं बल्कि चीन, यूएई और दूसरे देशों ने भी दोनों के बीच के तनाव को कम करने के लिए कोशिशें कीं। भारत ने माना कि पाक से तनाव के दौरान कई बड़े देशों के साथ लगातार बातचीत कर रहा था।

28 फरवरी को ट्रम्प ने वियतनाम के हनोई से ही कहा था कि उन्हें लगता है कि भारत-पाक के बीच चल रहा तनाव जल्दी खत्म हो जाएगा। इसके बाद संसद में पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद में कहा कि वह भारतीय पायलट को रिहा करने जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि भारत हम पर मिसाइल हमला कर सकता है, लेकिन उसे रोक दिया गया।

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