जानिये क्या है मीना त्रासदी की हकीकत, हाजियों के शवों के साथ हुई मनमानी – सूत्र

नई दिल्ली : एक वेबसाइट सचटाइम्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि सऊदी सरकार ने मीना त्रासदी में मरने वाले हाजियों के शवों को मांस ढोने वाले ट्रकों में भरकर घटना स्थल से स्थानांतरित किया है। इतना ही नहीं, त्रासदी में मरने वालों की संख्या हजारों में होने का भी दावा किया जा रहा है। अल जजीरा के अनुसार ईरान ने दुर्घटना में मृत हाजियों की संख्या को दोगुना बताया है।

इस संदर्भ मे एक सूचित स्रोत ने कहा दुर्घटना के कई घंटों के विलंब पश्चात सऊदी राहत कर्मियों ने हाजियों के शवों को मांस ले जाने वाले ट्रकों में एक दूसरे के ऊपर डालकर घटना स्थल से बाहर निकाला। स्रोत ने यह भी कहा है कि शवों में कुछ जीवित हाजी भी थे, लेकिन सऊदी कर्मियों ने जीवित और मृत तथा स्त्री और पुरुष का ध्यान न करते हुए सब को एक दूसरे पर डाल कर ट्रकों के रेफ्रिजरेटर का तापमान -15 डिग्री कर दिया।

हजारों में है मृतकों की संख्या

सऊदी अरब की सरकार इस बात का पूरा प्रयास कर रही है कि मीना त्रासदी में मारे जाने वालों की संख्या कम से कम बताई जाए ताकि इस दुर्घटना की गंभीरता को विश्व समुदाय की नजर में कम किया जा सके। मगर मीना दुर्घटना के कई दिन बीतने और अरब मीडिया पर सऊदी सरकार के निरीक्षण का सिलसिला कम होने तथा गवाहों के बयानों के बाद अब मुसलमानों को मीना त्रासदी की गंभीरता का एहसास होने लगा है।

इस संबंध में दैनिक अल अखबार ने लिखा कि मक्का में अस्पताल सूत्रों ने बताया कि रविवार की रात तक मीना त्रासदी में मारे जाने वाले 955 हाजियों की पहचान पूरी हो चुकी है जबकि अन्य 1250 शव मुर्दाघर से निकाले जा चुके हैं। सऊदी अरब नेशनल गार्ड अस्पताल में काम करने वाले एक डॉक्टर ने नाम जाहिर न होने की शर्त पर अखबार को बताया कि ‘मीना त्रासदी में मारे जाने वालों की संख्या 2000 पार कर चुकी है मगर सऊदी सरकार इस तथ्य को छिपा रही है’।

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दूसरी ओर मिस्र से प्रकाशित होने वाले दैनिक ‘अलयोम अस्साबे’ ने सऊदी अरब में मिस्री हाजियों के प्रतिनिधि के हवाले से लिखा कि सऊदी अधिकारियों ने सोमवार (28 सितंबर) को विभिन्न देशों के हज प्रतिनिधियों की पहचान न हो पाने वाले 600 लोगों के सामूहिक अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। इस संबंध में फिलिस्तीन के दैनिक समा ने बताया कि शवों की संख्या 600 से अधिक है।

बाद में सऊदी अरब ने एक विचित्र दावा करते हुए कहा कि ‘मारे जाने वाले हज यात्रियों के शव सड़ने लगे हैं इसलिए अब उनकी तस्वीरें नहीं बनाई जाएंगी और रोगों के फैलने के डर से उन्हें बेनाम व निशान सामूहिक कब्र में दफन कर दिया जाएगा’।

इसके अतिरिक्त, सऊदी मीडिया ने घोषणा की है कि मीना त्रासदी के शवों को 21 कंटेनरों में रखा गया है। यदि प्रत्येक कंटेनर में 140 शवों की जगह होगी तो इस प्रकार 3000 से अधिक शव कंटेनरों में रखे हुए हैं। इसी तरह दुर्घटना के प्रत्यक्षदर्शियों (चश्मदीद गवाहों) ने मक्का के मुर्दाघरों में 3000 से अधिक शवों के मौजूद होने की खबर दी है।

उपरोक्त विभिन्न बयानों और समाचारों के पश्चात सरलता पूर्वक यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि मीना त्रासदी में मारे जाने वाले हज यात्रियों की संख्या 2000 से 6000 के बीच है। लेकिन अनाधिकृत रिपोर्टों के अनुसार मुसलमानों के पवित्र शहर मक्का की मीना त्रासदी में मरने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 5000 तक पहुंच गई है।

इस रिपोर्ट में जानकार सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सऊदी अरब का तानाशाह शासन त्रासदी में मरने होने वाले लोगों की वास्तविक संख्या को कम बताने का प्रयास कर रहा है। उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब के गृहमंत्री ने मीना में हादसे मे शहीद होने वालों की संख्या में वृद्धि होने के मद्देनजर दिवंगत लोगों को बिना किसी पहचान के सामूहिक कब्रों में दफन करने का आदेश दिया है। इस बीच अल जजीरा में प्रकाशित खबर के मुताबिक ईरान ने मीना त्रासदी में मरने वाले अपने हाजियों की संख्या को दोगुना बताया है।

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