दिल्ली में डेंगू का कहर, 438 लोग प्रभावित

नई दिल्ली: हर साल दुनिया भर में करीब 10 करोड़ लोग डेंगू बीमारी से संक्रमित होते हैं। इसी के साथ दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते डेंगू बीमारी का कहर थमता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है। दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में डेंगू के मामलों की संख्या बढ़कर 438 हो गई है ।

नगर निकाय अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में पहली नवंबर तक 409 मामले सामने आ चुके हैं। अधिकारियों ने कहा,’बाकी 29 मामले राष्ट्रीय राजधानी से लगे उत्तर प्रदेश और हरियाणा के इलाकों में सामने आए हैं।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू की वजह से अबतक दो मौतें हो चुकी हैं । हालांकि प्रशासन का कहना है कि बीमारी से निपटने के लिए जरूरी सावधानी बरती जा रही है।

इस जानलेवा रोग के फैलने के पीछे जहां एक ओर दिल्ली नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही जिम्मेदार है, वहीं लोगों की उदासीनता से भी इस पर लगाम लगाने में सफलता नहीं मिल पा रही है। डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की भारी कमी झेल रहे सरकारी अस्पतालों में आए दिन हड़ताल ने आग में घी का काम किया है।

दिल्ली में डेंगू कई वर्षों से दहशत फैला रहा है। डेंगू के मामलों में जिस तेजी से बढ़ोतरी हो रही है उसे कतई लापरवाही से नहीं लिया जाना चाहिए। संबंधित सरकारी एजेंसियों को डेंगू की रोकथाम के लिए बनाई गई योजनाओं की गहन समीक्षा करने की जरूरत है।

डेंगू के मच्छर से बचने के उपाय:

कोई भी बरतन में खुले में पानी न जमने दें। बतरन को खाली करके रखें या उलट कर रखें। अगर आप किसी बरतनए बाल्टीए ड्रमए इत्यादि में पानी जमा करके रखते हैंए तो उसे ढक कर रखें। अगर किसी चीज में पानी रखते हैंए तो उसे साबुन और पानी से धो लिया करें, कि उस में से मच्छर का अंडा को हटाया जा सके।

किसी भी खुले जगह मेंए जैसे खड्डे में, गमला में, कचडा़ में पानी न जमने दें। हो सके तो उसे मिट्टी से भर कर रखें।
नाली को बहता रहना चाहिये।

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खिड़की और दरवाजे में जाली लगा कर रखना चाहिये। दोपहर के बादए खिड़की और दरवाजे को बंद रखें कि

मच्छर का आना-जाना कम हो।

अपने मोहल्ले के लोगों को भी मच्छर को फैलने से रोकने के लिये प्रोतसाहित करें।

बरसात के मौसम में और चौकसी बरतें।

सफेद या हल्के रंगा का पूरे बांह वाले कपडे़ पहनेए जिससे कि आप अपने शरीर को पूरे तरह से ढक सकें।

जहां अधिक मच्छर हैए वहां रात को मच्छरदानी का उपयोग करें। कभी-कभार मच्छर मारने वाले दवा उन
जगहों पर मच्छर पर असर नहीं करता है।

अपने नगर निगम द्वारा मच्छर मारने वाला दवा छिड़कायें।

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