इस मामले की सुनवाई के दौरान निर्णायक मंडल ने आम सहमति से 44 वर्षीय जेम्स मैक्वे को मौत की सजा सुनाई। अगर निर्णायक मंडल का निर्णय आम सहमति से नहीं होता तो मैक्वे को पेरोल के बिना उम्र कैद की सजा हो सकती थी।
मैक्वे ने वर्ष 2011 में 75 वर्षीय मेबेले शीन को छुरा मारने का अपना अपराध स्वीकार कर लिया था। वह मानसिक रूप से बीमार है। उसका कहना है कि उसने शीन को मार कर उसकी कार इसलिए चुराई थी क्योंकि वह वाशिंगटन जाकर राष्ट्रपति को मारना चाहता था। मैक्वे को विस्कोन्सिन के मेडीसन में गिरफ्तार किया गया था।
शीन के परिवार ने सुनवाई के दौरान कुछ भी नहीं कहा। अभियोजकों, मैक्वे और उसके वकीलों ने भी कोई टिप्पणी नहीं की। साउथ डकोटा सुप्रीम कोर्ट मैक्वे की सजा की समीक्षा करेगा।