मॉब लिंचिंग का हब बना बिहार, नीतीश के सुशासन में शुरू हुआ ‘जंगलराज’ पार्ट 2

पटना : भगवान बुद्ध और महावीर की धरती मॉब लिंचिंग का हब बनते जा रहा है। नीतीश के राज में सुशासन के बदले जंगलराज कायम हो रहा है। भीड़तंत्र कानून को ठेंगा दिखाकर शासन व्यवस्था पर हावी हो रहा है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि- मॉब लिंचिंग का हब बना बिहार। बेगूसराय में भीड़ ने पीटकर 3 व्यक्तियों की हत्या की। रोहतास में दलित महिला की पीटकर हत्या। हाजीपुर में दरोग़ा तो जहानाबाद में एएसपी पर हमला। सासाराम में महिला को निर्वस्त्र घुमाया। जिस मुख्यमंत्री में लोकशर्म ही नहीं बची हो उसे क्या-कुछ कहें?

घटना नंबर 1 : बिहार के सासाराम जिले में लोगों ने एक अपराधी को पकड़ लिया और उसे पीट-पीटकर अधमरा कर दिया जिसके बाद अपराधी की इलाज के दौरान मौत हो गई। इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना नगर थाना क्षेत्र के पुरानी जीटी रोड पर मंगलवार की दोपहर घटी है। जानकारी के मुताबिक रेलवे बुकिंग काउंटर का लगभग 25 लाख रुपये जमा करने जा रहे सासाराम रेलवे स्टेशन पर तैनात बुकिंग पर्यवेक्षक अशोक कुमार से बाइक सवार अपराधियों ने रुपये का बैग छीनने का असफल प्रयास किया। विरोध करने पर उन्हें हथियार के बट से मार जख्मी कर दिया।

भीड़ ने पकड़ गए अपराधी की जमकर पिटाई कर दी। सूचना मिलते ही पोस्ट आफिस मोड़ पर तैनात पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और किसी तरह जख्मी अपराधी को भीड़ से अपने कब्जे में ले इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गए जहां इलाज के दौरान उसकी स्थिति मौत हो गई। मृतक अपराधी की पहचान नगर थाना के खिड़की घाट निवासी पंकज गिरी के रूप में की गई है। नगर थानाध्यक्ष आरबी पासवान ने बताया कि लोगों की पिटाई से पंकज की स्थिति गंभीर बनी हुई थी जिसके बाद इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया

घटना नंबर दो : सीतामढ़ी में भीड़ ने एक शख्स की चोरी के आरोप में पीट-पीट कर हत्या कर दी. सीतामढ़ी के सहियारा थाना के सिंगरहिया गांव निवासी रुपेश को चोरी के आरोप में स्थानीय लोगों ने पकड़ा और फिर पीट-पीट कर अधमरा कर दिया. जिस शख्स की हत्या की गई है, वो सीतामढ़ी शहर से बहन का इलाज कराने के बाद वापस लौट रहा था.

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इसी दौरान भीड़ ने उसे रीगा थाना के रमनगरा के किशनपुर मोड़ के पास पकड़ लिया. घटना अहले सुबह चार बजे की है. जानकारी के मुताबिक लोगों ने चोरी के आरोप में उसकी पिटाई की. पिटाई से घायल हुए शख्स को इलाज के लिये पटना के पीएमसीएच में भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस मामले को लेकर अब तक पुलिस ने ना तो कोई कार्रवाई की है और ना ही पीड़ित के परिवार वालों ने ही कोई शिकायत दर्ज करायी है.

घटना नंबर तीन : तीसरा मामला बेगूसराय का है। जानकारी अनुसार छौड़ाही में दिन में 12 बजे स्कूल से एक छात्र को अगवा कर ले जा रहे तीन बदमाशों को ग्रामीणों ने पीट-पीटकर मार डाला। घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस इसे भीड़ की हिंसा मान रही है। एसपी आदित्य कुमार ने कानून हाथ में लेने वाले ग्रामीणों पर कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने लापरवाही पर छौड़ाही ओपी के प्रभारी सिंटू कुमार झा को निलंबित कर दिया है।

मरने वाले तीनों बदमाशों की पहचान कुंभी निवासी श्याम सिंह उर्फ बौना सिंह, कुख्यात मुकेश महतो व बौना सिंह के बहनोई रोसड़ा निवासी हीरा सिंह के रूप में हुई है। सुबह साढ़े दस बजे दो बाइक से चार अपराधी स्कूल पहुंचे व प्रधानाध्यापिका नीमा कुमारी से एक छात्रा के बारे में पूछा। प्रधानाध्यापिका के यह बताने पर कि वह छात्रा आज नहीं आयी है, बदमाशों ने उन पर पिस्तौल तान दी। पिस्तौल देख वह बेहोश हो गईं। इससे घबराई स्कूल के छात्रों ने शोर मचाना शुरू कर दिया।

शोर सुनकर खेतों में काम कर रहीं महिलाएं पहुंच गईं व बदमाशों पर टूट पड़ीं। इस दौरान ग्रामीणों की भीड़ भी जुट गई व बदमाशों को घेरकर पीटना शुरू कर दिया। सूचना पर छौड़ाही ओपी की पुलिस पहुंची और बदमाशों को क्लास रूम में बंद कर ताला लगा दिया। इससे ग्रामीणों उग्र हो गए और पुलिस को खदेड़ दिया। क्लास रूम का ताला तोड़ बदमाशों को निकाल फिर से उनकी पिटाई की। आधे घंटे बाद तीन थानों की पुलिस पहुंची व बदमाशों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाकर सदर अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

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