जयराम रमेश के निशाने पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव

 

उन्नाव। सपा और बसपा भले ही केंद्र में यूपीए सरकार को भले ही समर्थन दे रही है, मगर उन्नाव के जिला मुख्यालय पहुंचे केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश अखिलेश सरकार के साथ मायावती पर जमकर बरसे। जयराम ने कहा कि प्रदेश में मनरेगा में हुए धांधली की सीबीआई जांच में रोड़ा पहले मायावती बनी रही, उनके बाद अब अखिलेश भी इस जांच से परहेज कर रही है।

उन्नाव के जिला मुख्यालय पर प्रधानमन्त्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत स्वीकृत 62 सडको का शिलान्यास करने पहुंचे, केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश ने मनरेगा पर मायावती के साथ अखिलेश यादव पर भी जैम कर बरसे। जयराम रमेश के मुताबिक़ मनरेगा ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराने के लिए चलाई गयी योजना है, ना कि इसके धन से किसी को पजेरो या बुलेरो से चलने के लिए नहीं।

इनके मुताबिक़ उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकार मायावती के कार्यकाल में संत कबीर नगर और सोनभद्र सहित सात जिलो में मनरेगा के धन में जमकर धांधली की गयी, और उसके लिए केंद्र सरकार ने मायावती की सरकार से सीबीआई से जांच कराने को कहा गया था। मगर मुख्यमंत्री मायावती ने इसकी स्वीकृति नहीं दी।

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अब सत्ता परिवर्तन हो गया है, और युवा मुख्यमंत्री को को भी इस सम्बन्ध में पत्र लिखा गया। मगर युवा मुख्यमंत्री ने इसपर कोई सकरात्मक जबाब नहीं मिलाए साथ ही जयराम रमेश ने कहा की उत्तर प्रदेश में मनरेगा का यूपी में खर्च घटता जा रहा है। क्योकि यहाँ ना तो प्रशासनिक तंत्र योजना के क्रियान्वयन में दिलचस्पी ले रहा हैए और ना ही राजनीतिक इच्क्षाशक्ति का इस्तेमाल किया जा रहा है।

इसके अलावा जयराम रमेश ने कहा कि अप्रैल 2014 में इंदिरा आवास योजना के तहत अब 45,000 के बजाय 70000 रुपये लाभार्थी को दिए जायेंगे, मगर इसके लिए बीपीएल सूची से लाभार्थी को नहीं चुना जाएगा, बल्कि बेघरए आश्रयहीन, भूमिहीन व कच्चे मकान में रहने वाले ही पात्र माने जायेंगे, और इसके लिए करीब तीन लाख मकान का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मगर लगता है इस योज़ना को लेकर राज्य सरकार गंभीर नहीं है।

 

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