चीन हमारा पानी क्या बंद करेगा, अब भारतियों ने किया कुछ ऐसा की चीन को पड़ा महंगा

Traders shout slogans during a protest against China in the western Indian city of Ahmedabad May 3, 2013. Dozens of the traders on Friday held a protest demanding withdrawal of Chinese soldiers after they set up a camp in a remote part of Ladakh, protesting traders said. Several dozen Chinese soldiers have set up a remote camp some 10 km (6 miles) inside territory claimed by India in the high altitude Himalayan desert of Ladakh, Indian police sources said, in a possible return to border tension between the Asian giants. REUTERS/Amit Dave (INDIA - Tags: CIVIL UNREST POLITICS MILITARY) - RTXZ8YE

नई दिल्ली : एक तरफ जहाँ भारत पाकिस्तानी आतंकियों से निपटने में लगा है वही दूसरी और चीन ने भी मौके की नज़ाकत को देखते हुए अपनी घटिया हरकतों से भारत के लिए मुसीबतें खड़ी कर रहा है। तो फिर क्या अब भातर ने भी चीन को सबक सिखाने प्लान बना लिया है। इसी का एक उदहारण राजस्थान के नवरात्र में हुए धार्मिक कार्यक्रम में सोमवार को नजर आया। बजरंगगढ़ स्थित अंबे माता मंदिर के 32 वें स्थापना दिवस पर सोमवार को हजारों श्रद्धालुओं ने चीन निर्मित वस्तुओं का पूर्णत: बहिष्कार करने का ऐलान किया।

खबरों के मुताबिक उन्हें वहां के बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राजेश टंडन ने संकल्प दिलाया। इस मौके पर जिला कलक्टर गौरव गोयल, पुलिस महानिरीक्षक मालिनी अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक नितिनदीप बल्लगन सहित चित्रकूट धाम के पाठक महाराज, ब्रह्मा मंदिर के महंत सोमपुरी, राष्ट्रसंत कृ़ष्णानंद महाराज अन्य विशिष्टजन मौजूद रहे।

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मंदिर समिति के संरक्षक टंडन ने बताया कि राष्ट्र भक्ति से धर्म से भी ऊपर है। भारतीय मूल में राष्ट्रभक्ति से सर्वोपरि कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि हाल ही में भारत पाक सीमा पर बढ़ते तनाव व पाकिस्तान की ओर से लगातार अवैध रूप से की जा रही गोलीबारी की सर्वत्र निंदा हुई है इसके बावजूद चीन ने भारत को ब्रह्मपुत्र का पानी नहीं देने व यूएन में पाकिस्तान के समर्थन संबंधी बात कही है इससे प्रत्येक भारतीय का दिल आहत हुआ है।

इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने संकल्प किया कि चीन हमारा पानी क्या बंद करेगा भारत उसकी रोजी रोटी बंद कर देंगे। टंडन ने बताया कि सभी श्रद्धालुओं ने संकल्प किया कि वह चीन निर्मित कोई उत्पाद, बिजली उत्पाद, घडि़यां, पटाखे, खाने पीने आदि के समस्त उत्पादों का बहिष्कार करेंगे। वह आगामी त्योहारों में चीनी उत्पादों का बहिष्कार करेंगे व स्वदेशी माल अपनाएंगे।

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