आखिर टूट ही गया BJP और JDU का 17 वर्षों का गठबंधन

 

 

 

 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल डीवाई पाटिल से मुलाकात कर उन्हें बता दिया है कि बिहार में BJP और JDU का गठबंधन खत्मत हो गया है। नीतीश 19 जून को विधानसभा के विशेष सत्र में बहुमत साबित करेंगे। नीतीश ने गवर्नर से दोबारा विश्वासमत हासिल करने की बात भी कही है।

उन्होंबने गवर्नर को जदयू को समर्थन देने वाले विधायकों की लिस्टत सौंप दी है। सूत्रों के मुताबिक नीतीश ने राज्यपाल से BJP कोटे के मंत्रियों को बर्खास्त करने की सिफारिश भी की है। लिस्ट में कई निर्दलीय विधायकों के भी नाम। जया जेटली ने नीतीश को कहा अवसरवादी। BJP के साथ गठबंधन टूटने के लिए नीतीश को जिम्मेदार बताया। कहा, नीतीश सिर्फ अपने लिए सोचते हैं। उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी के घर पर तैयार किया जा रहा है इस्तीफा।

नीतीश ने सुबह अपने घर पर बिहार कैबिनेट की बैठक बुलाई, जिसमें बीजेपी के मंत्रियों ने जाने से मना कर दिया। वहीं, JDU की बैठक में नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक सख्त प्रस्ताव पास करने की तैयारी है। इस प्रस्ताव में नरेंद्र मोदी को विवादित बताया जाएगा। फिलहाल नीतीश कुमार राज्यपाल से मुलाकात करने गए हैं। वहीं, सूत्रों के मुताबिक BJP मंत्रियों ने अपने इस्तीफे तैयार कर रखे हैं और उन्हें JDU के अगले कदम का इंतजार है।

नीतीश एक बार फिर से विश्वास मत प्राप्त करना चाहते हैं। राज्यपाल से मुलाकात कर नीतीश कुमार ने बताया कि हम फिर से विश्वास मत हासिल करेंगे। BJP, JDU गठबंधन टूटने की अधिकारिक घोषणा। गवर्नर से मिलकर नीतीश ने कहा कि JDU का BJP से गठबंधन खत्म। JDU के प्रस्ताव में कहा गया है कि नरेंद्र मोदी एक विवादास्पद नेता हैं और वह सभी धर्मों को मोदी मंजूर नहीं हैं।

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नीतीश का BJP से पिछले एक साल से यह विरोध चल रहा था। BJP बार-बार कहती रही कि वह JDU से गठबंधन नहीं तोड़ना चाहते हैं, लेकिन नीतीश को यह बात कहा सुनाई दे रही थी, वे तो यह सुनना चाहते थे कि BJP नरेंद्र मोदी को अपना उम्मीदवार नहीं बनाएगी। वह किसी प्रकार की वैचारिक अस्पष्टता नहीं रखना चाहते। नीतीश कुमार अब नरेंद्र मोदी से सीधे टकराने को तैयार हो गये हैं।

RSS ने अपनी पत्रिका में कहा है कि नरेंद्र मोदी को अभी प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया है, लेकिन BJP ने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया। नीतीश ने एक इंटरव्यू में कहा भी कि BJP सार्वजनिक रूप से कहे कि, ‘यह व्यक्ति प्रधानमंत्री का उम्मीदवार नहीं बनेगा। BJP ने अपने दावे की बार-बार बात की, कहा कि हम अपने राष्ट्रीय नेता के बारे ऐसी घोषणा कैसे कर सकते हैं। लिहाजा इसे टूटना ही था।

वहीँ दूसरी और देखे तो JDU से गठबंधन टूटने पर लालकृष्ण आडवाणी नाराज। उन्होंने राजनाथ सिंह को फोन किया और गोवा में लिए गए फैसले को इसका जिम्मेदार बताया। JDU के प्रस्ताव के मुताबिक, BJP ने एक ऐसे व्यक्ति को कमान दिया है जिसके कार्यशैली से देश के लोकतांत्रिक सेक्युलर ढांचे को खतरा है। समाज के एक बड़े तबके में भय फैलता सकता हैए जो कि यह JDU को कतई मंजूर नहीं है।

अब इस मामले पर भला लालू यादव कैसे चुप बैठ सकते हैं, उन्होंने ने कहा कि नीतीश कुमार मौकापरस्त नेता हैं। वह सिर्फ सत्ता के लिए राजनीति करते हैं। मोदी सिर्फ तो उनके लिए सिर्फ के बहाना हैं मात्र हैं, सिद्धांत और विचार से नीतीश और शरद यादव का कोई लेना-देना नहीं।

BJP नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, दंगों के वक्त नीतीश कुमार साथ थे। अब वह शांति के समय क्यों अलग हो रहे हैं ।

 

 

 

 

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