शिक्षा दिवस पर विशेष : दो बार दरभंगा राज स्कूल आ चुके हैं डॉ राधाकृष्णन, आज पूरे बिहार में है इस स्कूल की अलग शान

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पटना : शिक्षक दिवस पर देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को पूरा देश आज याद कर रहा है। पर दरभंगा राजकीयकृत राज स्कूल के छात्रों के लिए आज गौरवान्वित होने का दिन हैं। जिनकी जयंती पूरा देश आज हर्षोल्लास के साथ मना रहा है वे शख्स एक नहीं बल्कि दो-दो बार उनके स्कूल में आया था।

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने यहां बच्चों के बीच प्रेरक भाषण दिया था और छात्रों को सम्मानित भी किया था। आज भी स्कूल में डॉ राधाकृष्णन से जुड़ी यादों को संजो कर रखा गया है। इस स्कूल की स्थापना 1878 में दरभंगा के महाराजा रामेश्वर सिंह ने की थी। महाराजा कामेश्वर सिंह के समय में राजकुमार जीवेश्वर सिंह के जनेऊ संस्कार में सन 1931 में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन दरभंगा आए थे।

उस समय में वे राज स्कूल में गए थे। उस समय इस स्कूल की ओर से खुद परीक्षा आयोजित होती थी। उसी परीक्षा के सफल छात्रों को डॉ राधाकृष्णन ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया था। उससे संबंधित तस्वीरें आज भी संभल कर रखी गई हैं। इतना ही नहीं वे फिर इस स्कूल में 1936 में भी आए थे। इस वक्त स्कूल में आयोजित दीक्षांत समारोह में उन्होनें छात्र-छात्राओं को अपने हाथों से सम्मानित किया था।

डॉ राधाकृष्णन स्कूल के जिस रूद्र कला भवन में आयोजित प्रोग्राम में शामिल हुए थे आज वो स्नातकोत्तर संगीत एवं नाटक विभाग का हिस्सा बन चुका है। इस स्कूल के कई छात्रों ने देश-दुनिया में बिहार का नाम रौशन किया है। सामाजिक आंदोलन के प्रणेता बीपी मंडल, बिहार विधान परिषद के सभापति स्व पंडित ताराकांत झा, प्रसिद्ध रक्षा वैज्ञानिक पद्मश्री डॉ मानस बिहारी वर्मा , प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ गणपति मिश्रा, डॉ मोहन मिश्रा और दरभंगा नगर विधायक संजय सरावगी समेत कई बड़ी हस्तियां इस स्कूल से शिक्षा-दीक्षा ग्रहण कर चुके हैं। स्कूल में 1879 से लेकर 1966 तक के टॉपर छात्रों की सूची आज भी देखी जा सकती है।