GST से सम्बंधित 75 महत्वपूर्ण बाते, जाने GST क्यों है जरुरी

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नई दिल्ली : लोकसभा में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुचर्चित जीएसटी संशोधि‍त बिल पर अपनी और सरकार की राय रखी। उन्होंने इस बिल को गरीबी को दूर करने में सहायक बताया। साथ ही कहा कि यह विधेयक ग्राहक को राजा बनाएगा और छोटे उत्पादकों को सुरक्षा की गारंटी देगा। जाने GST बिल पर PM मोद्दी की महत्वपूर्ण बाते :

टैक्सर टेररिज्मे से मुक्ति की दिशा में यह बड़ा कदम

1. आज 8 अगस्तम को टैक्सं टेररिज्मर से मुक्ति की दिशा में यह बड़ा कदम है।

2. हमारे दोनों सदन के लोग मिलकर एक ऐतिहासिक कदम उठा रहे हैं।

3. मैं सभी राजनीतिक दलों का धन्यऐवाद करने के लिए खड़ा हूं।

4. 29 राज्योंल और नब्बे‍ राजनीतिक दलों से विचार के बाद जीएसटी आज यहां खड़ा है।

5. ये सही है कि कृष्णं को जन्म् किसी ने दिया, बड़ा किसी ने बनाया लेकिन यह भी सही कि ये किसी दल या किसी सरकार की विजय नहीं है। ये भारत के उच्चव परंपराओं की विजय है। ये सभी राजनीतिक दलों की विजय है।
6. ये पहले और वर्तमान सरकार के योगदान से है। इसलिए कौन जीता कौन हारा, इस पर किसी विवाद की आवश्य कता है।

7. स्पीशकर महोदय धन्य वाद सदन का समय बढ़ाने के लिए। मुझे लग रहा था कि खड़गेजी मेरे लिए समय रखेंगे या नहीं।
जीएसटी का ये है असली मतलब

8. जीएसटी का मतलब है ग्रेट स्टे।प्सस टुवार्ड्स ट्रांसपैरेंसी।

9. जीएसटी का मतलब है ग्रेट स्टे।प बाई टीम इंडिया।

10. यह सिर्फ कर व्य्वस्था नहीं है।

11. जीएसटी एक भारत के भाव को बल देता है।

12. सभी इसके पक्ष में रहे क्योंहकि इससे एक भारत को बल मिलेगा।

13. कभी कभी जीएसटी को लेकर संशय भी रहे।

14. मैं जब सीएम था तब भी मेरे मन में संशय रहे. मैंने प्रणबजी से भी बात की।

15. लंबे मंथन के कारण बहुत सी कमियों को दूर करने में हम सफल रहे हैं।

16. मुझे पता है कि प्रयास का परिणाम मिलेगा।

17. एक मंच, एक मत, एक मार्ग, एक मंजिल ये मंत्र आज जीएसटी के सारे प्रोसेस में हम सब ने अनुभव किया है।

18. ये बात सही है कि राज्य सभा में ये बिल अंकगणित में संकट आ सकता है।

19. इसमें सबसे बड़ी आवश्ययकता थी कि राज्योंि और केंद्र के बीच विश्वा स पैदा हो।

20. मैंने पहले भी कहा है कि लोकतंत्र एक सहमति की यात्रा है।

कंज्यूभमर इज ए किंग….

21. हम जीएसटी पर बहुमत के आधार पर फैसला नहीं चाहते थे।

22. हम सब अलग अलग राजनीतिक विचारों से जुड़े हैं।

23. इस पूरी चर्चा में हमने देखा कि इस पवित्र स्था न में राजनीति नहीं हुई।

24. राजनीति से ऊपर राष्ट्र नीति होती है। इसे हम सबने मिलकर साबित किया।

25. इसका एक सीधा मैसेज है कि कंज्यूनमर इज ए किंग।

26. अलग अलग जो कर व्यजवस्थाूएं हैं, इसके कारण एक सरलीकरण आ जाएगा।

27. इससे कंज्यूकमर के साथ बिजनेसमैन को भी फायदा होगा।

28. जीएसटी से 7 से 11 कर प्रथा सरल होगी।

अर्थव्यववस्था के लिए ये 5 बातें जरूरी….

29. अर्थव्यसवस्थाय को तेज गति से चलाने के लिए पांच बातें ध्याकन देनी होती हैं। मैन, मशीन, मटैरियल, मनी और मिनट।

30. जीएसटी से छोटे बिजनेसमैन को भी फायदा होगा।

31. जीएसटी के कारण सारे अवरोध दूर हो जाएंगे।

32. हर राज्ये एक दूसरे पर आश्रित है। तब जाकर कुछ काम चलता है. इसमें कठिनाई है, जिसे दूर करने में इससे सुविधा होगी।

33. आज जो हमारे पिछड़े राज्य। माने जाते हैं, इससे उनकी आय बढ़ेगी।

34. जीएसटी से विदेशों से चीजें लाने में कमी आएगी।

पूर्वी हिस्से को हमें बराबरी में लाना है….

35. पूर्वी हिस्सें को बराबरी में हमें लाना है. वरना ये असंतुलित विकास खतरनाक होगा।

36. जीएसटी लागू होने के बाद इसका फायदा उठाएं।
37. देश जिन सपनों को देख रहा है, इसके जरिए हम उसे पूरा कर पाएंगे।

38. राज्योंल और केंद्रों के बीच तनाव या तो संपत्ति को लेकर या प्राकृतिक संसाधनों को लेकर रहता है।

39. इसकी वजह से ट्रांसपैरेंसी आएगी।

40. किसके पास कितना धन है, इसका सही बंटवार होगा. मतलब झगड़ा बंद होगा।

41. सब कुछ केंद्र और राज्यं की जानकारी में रहेगा।

गरीबों की होगी जय जय…महंगाई दर अब 4 फीसद

42. जीएसटी में गरीबों की उपयोगी चीजें टैक्सी दायरे से बाहर होंगी।

43. जरूरी दवाएं जीएसटी से बाहर हैं।

44. इसकी वजह से राज्योंी की तकलीफें हम दूर करेंगे।

45. इस सरकार ने कानूनन एक अहम फैसला लिया है। हमने आरबीआई से कहा है कि महंगाई दर 4 फीसद तक तय करें।

46. हमने पहली बार ये कानूनन किया है। आने वाले समय में इसका फायदा होगा।

47. महंगाई दर स्थिर रहने से माहौल बदलेगा।

गरीबी हमें विरासत में मिली है, अब लोन सबको

48. गरीबी हमें विरासत में मिली है।

49. गरीबी से लड़ने की इच्छाि हम सबकी है।

50. गरीबी को मिटाने के लिए हम गरीबों की फौज तैयार करेंगे।

51. छोटे बिजनेसमैन को लोन मिलने में काफी समस्याा होती है। हम इसमें बदलाव लाएंगे।

52. जीएसटी के कारण हर व्य क्ति का कारोबारी खाका तैयार रहेगा और सबको लोन मिल सकेगा.

53. हर छोटे से छोटे व्य्क्ति का अब लाभ मिलेगा। चाहे वह नाई हो या मोची।

54. इसके कारण सहज रूप से धन मिलेगा तो प्रतिस्पगर्धा भी बढ़ेगी. मैनुफैक्चकरिंग में।

55. और जब प्रतिस्पेर्धा बढ़ेगी तो रोजगार भी बढ़ेगा।

आपको कच्चे बिल की चिंता ज्यापदा है…

56. हम भ्रष्टाचचार को बहुत कुछ कहते हैं। लेकिन हमें अब इसे मिटाने के लिए व्य्वस्थामएं भी बनानी होंगी।
57. अगर व्य्वस्थाकएं ठीक होंगी तो गलत आदमी भी ठीक रहेगा।

58. कच्चा् बिल और पक्काु बिल ये बड़ा पॉपुलर है ट्रेडर्स में।

59. इस पर हल्लाि मचने के बाद पीएम ने कहा कि मैं तब से इंतजार कर रहा था कि विपक्षी खड़े क्यों नहीं हुए।

60. आपको कच्चेु बिल की चिंता ज्याकदा है। विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा।

61. व्या पारी पक्केी बिल के लिए प्रेरित होगा।

62. पुराने कच्चेय पक्के‍ की दुनिया अब बंद हो जाएगी।

इससे भ्रष्टा‍चार शून्या की ओर जाएगा…

63. तकनीक की वजह से कॉस्टे ऑफ कलेक्शकन में कमी आएगी।

64. सरकारी इंटरफियरेंस खत्मप तो करप्श.न खत्मक।

65. इस सबसे भ्रष्टाेचार शून्यफ की ओर जाएगा।

66. एक ऐसी व्यरवस्थाच विकसित हो रही कि टैक्स् पेयर्स और कलेक्ट्र के बीच ह्यूमन इंटरएक्श.न बंद हो जाएगा। इससे हमें लाभ मिलेगा।

67. ईमानदारी से इस व्यसवस्थास के तहत मुनाफा होगा।

68. इससे हम कालेधन को रोकने में भी सफल होंगे।

69. राज्यों और केंद्रों के सारे आंकड़ें एक ही जगह आपको मिलेंगे।

100 से ज्या्दा कानून हुए पास

70. नया विषय होता है तो लोगों को जागरूक करना भी होता है।

71. दुनिया में लोकतंत्र के जो माहिर देश माने जाते हैं। ऐसे देशों में फायनंस बिल वाली बातें भी करा पाना मुश्किल होता है।

72. ये भारत के राजनीतिक दलों की मैच्योशरिटी है कि आज हम वैचारिक विरोधों के बावजूद भी इस महान कार्य को एक साथ मिलकर कर रहे हैं।

73. हम इस बात के लिए गर्व कर सकते हैं कि हमारी सरकार को 100 हफ्तों में 100 से ज्यासदा कानून पारित हुए हैं।

74. इसके लिए मैं सबका आभारी हूं।

75. मुझे मेरे विचार रखने के लिए मौका मिला। इसके लिए मैं आभारी हूं।

 

मजबूत लोकतंत्र की वजह से बनी केंद्र-राज्य की सहमति

बिल पेश करते हुए जेटली ने कहा कि 2011 में लाए गए जीएसटी बिल में राज्यों के घाटे की भरपाई का प्रावधान नहीं था। उन्होंने बताया कि निर्माण और उत्पादन में लगे राज्यों को राजस्व घाटे की चिंता थी। साथ ही जीएसटी काउंसिल के स्वरूप पर भी विवाद था। उन्होंने कहा कि मजबूत लोकतंत्र के कारण ही इस बिल पर केंद्र और राज्यों की सहमति संभव हुई है।

बीते एक दशक का सबसे बड़ा रिफॉर्म
जीएसटी को आर्थिसक मोर्चे पर मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि‍ बताया जा रहा है। जेटली ने इसे पिछले एक दशक का सबसे बड़ा इकनॉमिक रिफॉर्म करार दिया था। जीएसटी बिल पर लगभग सभी राजनीति दलों ने अपना समर्थन जताया है। 1991 के बाद सबसे बड़े आर्थिक सुधारों की शुरुआत करने वाला जीएसटी विधेयक निचले सदन में भी आसानी से पारित हो जाने की संभावना है।