भोजन की कमी से घास खाने के लिए मजबूर हुए शरणार्थी

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अमेरिका ने मंगलवार को सीरियाई सरकार पर आरोप लगाया कि उसने संघर्ष विराम जारी होने के बावजूद देश के सभी कब्जाए हुए और दुर्गम इलाकों में मानवीय मदद की आपूर्ति बंद कर दी है।

सीरिया द्वारा ऐसा तब किया जा रहा है, जबकि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के तहत मदद की आपूर्ति जरूरी है और ऐसी आपूर्तियों को लिए संघर्ष विराम जारी रखा गया है।

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय प्रमुख द्वारा सुरक्षा परिषद को बंद कमरे में आयोजित एक बैठक में जानकारी दिए जाने के बाद अमेरिकी राजदूत समांथा पावर ने मंगलवार को बताया कि कब्जे वाले क्षेत्रों और दुर्गम इलाकों में मौजूद लाखों लोगों तक मार्च में संघर्ष विराम की शुरुआत वाले फरवरी की तुलना में कम खाद्य मदद पहुंची है। राजदूत के पास इस संदर्भ में कोई आंकड़े नहीं थे।

समांथा ने कहा कि सीरियाई राजधानी दमिश्क के पास स्थित दराया में वर्ष 2012 के बाद से संयुक्त राष्ट्र की खाद्य सामग्री का एक दाना भी नहीं पहुंचा है और इससे बेहद रोष और निराशा पैदा हो गई है।

मानवीय प्रमुख स्टीफन ओ ब्रिएन ने पिछले सप्ताह परिषद को बताया कि सीरिया की सरकार ने दमिश्क में संयुक्त राष्ट्र के गोदामों से कुछ मिनट की दूरी पर स्थित 3 कब्जे वाले क्षेत्रों में मदद की आपूर्ति को मंजूरी नहीं दी। ये क्षेत्र हैं- डूमा, पूर्वी हरास्ता और दराया।

उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को ये खबरें मिली हैं कि भोजन की कमी के कारण कुछ लोगों कोघास खाने पर विवश होना पड़ा है। समांथा ने मदाया निवासी एक बेहद कमजोर बच्चे की तस्वीर भी दिखाई, जहां कई मदद आपूर्तियां पहुंचाई जा चुकी हैं।

समांथा ने कहा कि अमेरिका और सुरक्षा परिषद के अन्य सदस्य सीरियाई सरकार पर प्रभाव रखने वाले लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे हर इलाके तक आपूर्ति पहुंचाना सुनिश्चित करें।