बुलेट ट्रेन से भारत में घुसा जापान, जापान-भारत के बीच अहम समझौते

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नई दिल्ली : भारत में बुलेट ट्रेन की नीव रखने के साथ ही भारत और जापान के द्विपक्षीय वार्ता के दौरान गुरुवार को दोनों देशों के बीच पंद्रह समझौते हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापानी पीएमशिंजो आबे की मौजूदगी में समझौते पर दस्‍तखत किए गए। इसके बाद साझा बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्‍ट के भारत में आगमन का श्रेय जापान को दिया और जापानी पीएम शिंजो आबे को अपना सबसे अच्‍छा मित्र बताया। वहीं जापानी पीएम ने भारत के डिजिटल इंडिया व मेक इन इंडिया प्रोजेक्‍ट के प्रति अपना समर्थन जताया।

जापान के पीएम शिंजो आबे दो दिन की भारत यात्रा पर हैं। गुरुवार को यहां बुलेट ट्रेन के भूमि पूजन के मौके पर आबे ने अपने भाषण की शुरुआत में हिंदी में नमस्कार से किया और आखिर में धन्यवाद से समापन किया। साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने जापान और भारत की दोस्ती बढ़ाने पर जोर दिया। चीन पर निशाना साधते हुए आबे ने कहा कि ताकतवर जापान भारत के हित में है और मजबूत भारत जापान के हित में है।

इसके बाद जापानी एम शिंजो आबे ने सीमा पार आतंकी नेटवर्क को बंद करने की बात कहते हुए पाकिस्‍तान पर हमला बोला। एबी ने पाक को संबोधित करते हुए कहा, ‘26/11 के गुनहगारों को पाकिस्‍तान सजा दे।’ इसके बाद उन्‍होंने पठानकोट आतंकी हमले के दोषियों को भी सजा देने की बात कही। वहीं पीएम मोदी ने कहा कि वार्ता के दौरान जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने महात्‍मा गांधी के जीवन को समझने की कोशिश की।

साथ भारत-चीन के बीच डोकलाम विवाद के बाद आबे ने कहा कि भारत और जापान कई एशियाई परंपराओं की अगुआई करते हैं, जिनमें मौजूदा स्थिति में बलपूर्वक बदलाव को स्वीकार ना करना और विवादों का शांतिपूर्वक हल खोजना शामिल है।

पीएम शिंजो आबे ने कहा, ‘पहली बार भारत, जापान और अमेरिका समुद्री युद्धाभ्‍यास मालाबार में शामिल हो रहे हैं और इसका आधार पीएम मोदी व अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप के बीच मजबूत संबंध हैं।‘

पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत में जापान तीसरा सबसे बड़ा निवेशक बन चुका है। भारत में रहने वाले जापानी नागरिकों की संख्या बढ़ेगी। मैं चाहता हूं कि वे ज्यादा से ज्यादा जापानी रेस्तरां खोले। जापान और भारत के बीच आज हुए समझौते की मैं सराहना करता हूं।’

वहीं शिंजो आबे ने कहा कि भारत में जापानी कंपनियों के लिए अपार संभावनाएं हैं। भारत और जापान मिलकर जलवायु परिवर्तन का सामना करेंगे। काम करने के लिए गुजरात एक अच्छी जगह है। हम इस खातिरदारी और स्वागत के लिए आभार व्यक्त करते हैं।

आबे कहा जापान और भारत के बीच का सहयोग केवल द्विपक्षीय नहीं रहा, यह यह विशेष सामरिक और वैश्विक साझेदारी में विकसित हुआ है। भारत और जापान स्वतंत्रता, लोकतंत्र, मानव अधिकार और कानून का नियम जैसे बुनियादी मूल्यों को साझा करते हैं।