कांग्रेस अपने संयुक्त सचिव की गिरफ्तारी के बाद समस्या में

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भारतीय चुनाव अयोग द्वारा जम्मू कश्मीर राज्य मे चुनाव की घोषणा करे अभी २ दिन भी नहीं व्यतित हुए थे की प्रदेश कोंग्रेस समिति सयुक्त सचिव सलमान निज़ामी को फेसबूक पर धमकी भरी टिप्पणी करने के आरोप मे गिरिफ्तार कर लिया गया।

डोडा क्षेत्र के एस पी शरीफ चोहान ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया को घटना की जनकारी देते हुए बताया की डोडा के निवासी रहन्मतुल्लाह खोरा द्वारा दो महीने पूर्व एक शिकायत दर्ज करायी थी जिसमे उन्होने सलमान निज़ामी पर धमकी देने का आरोप लगाया था और उसी प्रकरण के अन्तर्गत हमने आई. टी एक्ट की धारा ६६ और ५०४ तथा आर पी सी के तहत निज़ामी को गिरिफ्तार किया है ।

सलमान निज़ामी ने अपना बचाव पक्ष रखते हुए कहा की उन्होने शिकायतकर्ता के संग एक व्यवसाय आरम्भ किया था जिसने उन्हे सूचित किए बीना ही व्यवसाय किसी अन्य को बेच उसे अर्जित हुए धन मे से भी हिस्सा नहीं दिया ।

उन्होने अपना हक मंगने के अत्यंत प्रयास किए परन्तु सभ विफल रहे और सार्वजनिक रूप से उनके लिये लिये अभद्र भाषा का प्रयोग भी किया जिसका प्रतिकार करने पर उन्हे गिरिफ्तार किया गया है। सलमान निज़ामी फिलहाल जमानत पर रिहा हुए है।

सलमान निज़ामी, नेशनल कोन्फेरेंस पर अपनी जिमेदारी न निभापाने और प्राकर्तिक आपदा के समय रहत कार्यो को लेकर सस्ती लोकप्रियता से आलिंगन के लिए विवादित बयान तक दे चुके है परन्तु वह यह क्यों भूल रहे है की नेशनल कांफ्रेंस उन्ही की पार्टी से समर्थन प्राप्त कर सत्ता में है, यदि उन्हें प्रशासन से नाराजगी है तो आज तक उन्होंने कांग्रेस सरकार से समर्थन वापस लेने की अपील क्यों नहीं की ?

एक ओर जहा प्रदेश कोंग्रेस को विपक्ष का सामना कर रही है वही दूसरी ओर देश मे कोंग्रेस विरोधी लेहर जी का जनजल बनी हुई है। ऐसे मे अब देखना यह है की दिसम्बर मे होने वाले चुनावो मे सलमान की गिरिफ्तारी का कितना नुक्सान कोंग्रेस को भरना पड सकता है ।