आंध्र प्रदेश और ओडिशा में आफत की बारिश अब भी जारी, 22 लोगों की मौत

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baadआंध्र प्रदेश तटीय इलाकों और ओड़िसा में हो रही भारी बारिश से अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है। भारी बारिश और बाढ़ की वजह से सैकड़ों गांवों तक पहुंचने के रास्ते कट चुके हैं। इनमें से ज्यादातर लोग श्रीकाकुलम और गुंटूर इलाके के रहने वाले हैं। राहत और बचाव का काम तेज है। लोगों को सुरक्षित ठिकानों तक ले जाया जा रहा है। राहत और बचाव कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के नौ दल तैनात किए गए हैं।

इसी के साथ ओडिशा में 85 हजार लोग निकाले गए, ओडिशा में रह-रहकर हो रही बारिश से साइक्लोन प्रभावित इलाके गंजाम और तटीय इलाकों में बाढ़ आ गई है। यहां हेलिकॉप्टर के जरिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। स्पेशल रिलीफ कमिश्नर पीके महापात्रा ने बताया कि गंजाम से 85 हजार लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। यहां तीन हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं।

उधर मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। भारी बारिश और बाढ़ का असर न सिर्फ रायलसीमा जैसे तटीय इलाकों पर पड़ा है, बल्कि तेलंगाना क्षेत्र के कई जिलों में भी हालात खराब हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बारिश से प्रभावित तटीय जिलों में 135 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। बारिश के कारण करीब 2.4 लाख हेक्टेयर भूमि में खड़ी धान, मक्का, कपास, लाल चना और अन्य फसलें पानी में डूब गईं हैं।

सूत्रों के मुताबिक़ बारिश के कारण तीन हजार से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। उत्तर पूर्वी मॉनसून और पिछले तीन दिनों से बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बने रहने से भारी बारिश हुई और आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों खासकर तटीय आंध्रप्रदेश और रायलसीमा में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। तटीय जिले के शहरों एवं गावों में जलभराव से यातायात अवरूद्ध हो गया। हैदराबाद के निचले इलाकों में भी पानी भर गया है।

जिन लोगों ने पानी से बचने के लिए घरों की छतों पर पनाह ली है, उन्हें भी हेलिकॉप्टर की मदद से निकाला जा रहा है। यहां रुषिकुल्या और घोड़हड़ा नदियों का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। यही नहीं गंजाम, गजापति, रायगढ़ और नयागढ़ जिले की सभी नदियां उफान पर हैं।