ICC के संविधान में किया गया बदलाव, एन श्रीनिवासन होंगे ICC के नए चेयरमैन

Like this content? Keep in touch through Facebook

srinivashanahनई दिल्ली: एन. श्रीनिवासन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नए चेयरमैन होंगे। वहीं मुस्तफा कमाल आईसीसी के नए अध्यक्ष होंगे। एजेंडे के तहत गुरुवार को कॉन्फ्रेंस के चौथे दिन आईसीसी संविधान में संशोधन को मंजूरी दे दी गई जिस पर आठ फरवरी को सिंगापुर में आईसीसी बोर्ड ने सहमति जताई थी। मेलबोर्न में हुई बैठक में श्रीनिवासन की चेयरमैन पद पर नियुक्ति की पुष्टि हो गई। इस तरह वह आईसीसी के पहले चेयरमैन होंगे। सिंगापुर में हुई बैठक में लिए गए फैसलों में इस पर सहमति जताई गई थी कि आईसीसी संविधान में चेयरमैन का पद बनाया जाएगा। इसके तहत संशोधन तैयार कर लिया गया है लेकिन इसे स्वीकार करने से पहले पूर्ण परिषद के समक्ष मंजूरी के लिए रखा जाएगा।

BCCI ने ICC बोर्ड के अध्यक्ष पद के लिए अपने उम्मीदवार के रूप में श्रीनिवासन का नाम भेजा था। एन श्रीनिवासन को अध्यक्ष चेयरमैन का पद संभालने से रोकने से सुप्रीम कोर्ट के इनकार के बाद कुछ दिनों पहले बीसीसीआई ने इसकी फिर पुष्टि कर दी है कि श्रीनिवासन ही अध्यक्ष पद के दावेदार होंगे। तमिलनाडु के कद्दावर खेल प्रशासक श्रीनिवासन इसी माह मेलबर्न में आईसीसी बोर्ड के चेयरमैन का पद संभालेंगे।

आईसीसी परिषद में 51 सदस्य हैं जिनमें से 36 एसोसिएट, पांच एफीलिएट और 10 पूर्णकालिक सदस्य हैं। इनमें भारत, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, श्रीलंका, बांग्लादेश, जिम्बाब्वे और वेस्टइंडीज शामिल हैं। 28 जून को सालाना कॉन्फ्रेंस खत्म होने के बाद श्रीनिवासन पद संभालेंगे। श्रीनिवासन को आईसीसी चेयरमैन पद पर काबिज होने से रोकने के लिए अमान्य बिहार क्रिकेट संघ की याचिका पर सुनवाई से उच्चतम न्यायालय के इनकार के बाद बीसीसीआई ने श्रीनिवासन के नाम की फिर पुष्टि की थी।

बोर्ड ने इस मसले पर कानूनी सलाह भी ली है और आईसीसी को उससे अवगत करा दिया गया है कि यदि श्रीनिवासन आईसीसी चेयरमैन के पद पर काबिज होते हैं या आईसीसी में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व करते हैं तो यह अदालत की अवमानना नहीं होगी। श्रीनिवासन ने पिछले महीने एशियाई क्रिकेट परिषद की बैठक की अध्यक्षता भी की थी।

श्रीनिवासन फिक्सिंग और सट्टेबाजी विवाद में बुरी तरह फंसे थे। श्रीनिवासन के दामाद मयप्पन पर सट्टेबाजी का आरोप लगा था जिसके बाद श्रीनिवासन को निष्पक्ष जांच के लिए अध्यक्ष की कुर्सी भी छोड़नी पड़ी थी।