यौन उत्पीड़न मामला: दो महीने से फरार चल रहा नारायण साईं गिरफ्तार

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narayan sai-650 120413095737सूरत में रेप के आरोप में गिरफ्तारी से बचकर भाग रहे आसाराम के  बेटे नारायण साईं को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने धर दबोचा है।

नारायण साईं को दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया। नारायण साईं हुलिया बदल कर रहा था और वह करीब दो महीना से फरार था। नारायण साईं को कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर रखा था और गुजरात समेत अन्य राज्यों की पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी।

नारायण साईं को को पहले मेडिकल जांच के लिए अंबेडकर अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल से निकलते हुए नारायण साई ने कहा कि उसे फंसाया जा रहा है। जिसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस बीच सूरत पुलिस दिल्ली पहुंच गई है और दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच से नारायण साईं की ट्रांजिट रिमांड की मांग कर रही है।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक़ नारायण साईं पूछताछ में जरा भी सहयोग नहीं कर रहा है। पुलिस का कहना है कि उससे जो भी सवाल पूछा जा रहा है वो बस हंस रहा है और सवालों का जवाब नहीं दे रहा है। नारायण साईं के साथ उसके चार साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।  नारायण साईं पुलिस को देखकर चौंक गया था।  सूत्रों की माने तो नारायण साईं ने पुलिस से प्रार्थना की कि उसे मारे न और न ही उसके साथ बदसलूकी करें। इन चारों के नाम हैं- हनुमान, भाविका, रमेश और विष्णु।

इसी के साथ नारायण साईं के पास से पुलिस ने बरामद किए 2 लाख 61 हजार रुपये। नारायण साईं के साथी हनुमान के पास से मिले 13.5 हजार रुपये इसके अलावा 6 मोबाइल भी पुलिस ने बरामद किए।  नारायण साईं जिस गाड़ी इस्तेमाल कर रहा था वो नेहा दीवान नाम की महिला की है। नेहा दीवान अजय दीवान की पत्नी हैं और मेरठ की रहने वाली हैं।  इस गाड़ी का रजिस्ट्रेशन 17 अक्टूबर 2013 का है।
 
गौरतलब है कि सूरत स्थित दो बहनों की ओर से आसाराम और नारायण साईं पर यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद सूरत पुलिस ने जहांगीरपुरा पुलिस थाने में 6 अक्टूबर को दोनों के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की थी। दोनों बहनों में छोटी ने साईं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप है कि साईं ने 2002 से 2005 के बीच सूरत आश्रम में लड़की का लगातार यौन उत्पीड़न किया।

इस वारदात के सामने आने के बाद सूरत के जहांगीरपुरा पुलिस थाने में दो शिकायत दर्ज होने के बाद आसाराम के खिलाफ शिकायत को अहमदाबाद के चांदखेड़ा पुलिस थाना स्थानांतरित कर दिया गया, क्योंकि कथित घटना उसी इलाके में हुई थी।

दोनों बहनों में से बड़ी ने आसाराम पर 1997 से 2006 के दौरान लगातार यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। उस समय वह अहमदाबाद शहर के बाहरी इलाके में आश्रम में रह रही थी। राजस्थान के अपने जोधपुर आश्रम में एक नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में आसाराम को अगस्त में गिरफ्तार कर लिया गया और अभी वह जेल में हैं।