दलित छात्र की खुदकुशी पर सियासत तेज, हैदराबाद से दिल्ली तक विरोध-प्रदर्शन

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नई दिल्ली : हैदराबाद यूनिवर्सिटी में दलित रोहित वेमुला (26) के सुसाइड पर पॉलिटिक्स तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने जहां केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय पर मामले में लगे आरोपों को लेकर मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। वहीं हैदराबाद में छात्र संगठनों ने भी विरोध-प्रदर्शन तेज कर दिया है।

केंद्रीय मंत्री पर आरोप लगने के बाद कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस ने सरकार को दलित विरोधी बताते हुए बंडारू दत्तात्रेय का इस्तीफा मांगा है। सीपीएम ने भी केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की है।वाईएसआर कांग्रेस ने पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस घटना को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए बंडारू दत्तात्रेय को बर्खास्त करने की मांग की है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘यह खुदकुशी नहीं हत्या है। यह लोकतंत्र, सोशल जस्टिस और समानता की हत्या है। मोदी जी को अपने मंत्री को बर्खास्त कर देश से माफी मांगनी चाहिए।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी हैदराबाद जा रहे हैं। वे यूनिवर्सिटी का दौरा कर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात करेंगे। उनके साथ कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह भी रहेंगे।

दलित छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी के इस मामले में केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय, बीजेपी एमएलसी रामचंद्र राव और यूनिवर्सिटी के कुलपति समेत 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज है।

दत्तात्रेय पर छात्र को आत्महत्या के लिए उकसाने और एससी/एसटी ऐक्ट के उल्लंघन का आरोप है। केंद्रीय मंत्री और कुलपति को हटाने के लिए हैदराबाद और दिल्ली में जोरदार प्रदर्शन हुए। केंद्रीय श्रम मंत्री बंडारू पर आरोप है कि उनके कहने पर ही दलित छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। हालांकि बंडारू ने आरोपों से इनकार किया है। बंडारू ने एबीवीपी स्टूडेंट्स से मारपीट के मामले में पिछले साल अगस्त में एचआरडी मिनिस्टर स्मृति ईरानी को पत्र लिखकर कार्रवाई करने को कहा था। इसी के बाद रोहित समेत 5 स्टूडेंट्स को सस्पेंड किया गया था।

इस बीच छात्र की खुदकुशी पर हैदराबाद में प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। हैदराबाद यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स के विरोध प्रदर्शन के बाद तनाव की स्थिति है।प्रदर्शनकारी स्टूडेंट्स के समर्थन में कुछ टीचर भी आ गए हैं। मंगलवार सुबह तेलंगाना जागृति युवा मोर्चा ने हैदराबाद में दत्तात्रेय के घर के बाहर प्रदर्शन किया।

केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने कहा कि हैदराबाद में दलित छात्र की खुदकुशी के मामले में सूचना जुटाई जा रही है और मामले में न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।

दलित शोधार्थी रोहित वेमुला का शव विश्वविद्यालय के होस्टल के कमरे में लटका हुआ पाया गया था, जिसके बाद व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे।

रोहित उन पांच शोधार्थियों में शामिल था, जिन्हें हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय ने पिछले साल अगस्त में निलंबित कर दिया था। वह से एक छात्र नेता पर हमले के मामले के आरोपियों में शामिल था। विश्वविद्यालय ने इन शोधार्थियों को हॉस्टल से भी निकाल दिया था। कांग्रेस ने भाजपा शासन पर ‘दलित-विरोधी एजेंडा और सोच’ का आरोप लगाया है और कहा है कि रोहित की मौत ‘की साजिश दत्तात्रेय, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी और उनके एबीवीपी के लोगों ने जानबूझकर रची।

आखिर क्यों किया रोहित ने सुसाइड…
आंध्र प्रदेश के गुंटूर का रहने वाला दलित स्टूडेंट रोहित इस यूनिवर्सिटी से सोशियोलॉजी में पीएचडी कर रहा था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोहित समेत अंबेडकर यूनियन के पांच दलित स्टूडेंट्स पर बीजेपी की स्टूडेंट यूनिट एबीवीपी के एक एक्टिविस्ट पर अगस्त में हमला करने का आरोप लगा था। यूनिवर्सिटी ने शुरुआती जांच में पांचों को छोड़ दिया था। लेकिन 21 दिसंबर को उनके हॉस्टल में जाने पर बैन लगा दिया गया। यूनिवर्सिटी के विरोध और अंबेडकर स्टूडेंट यूनियन के सपोर्ट में 10 संगठनों ने रविवार को भूख हड़ताल कर सस्पेंशन वापस लेने की मांग की थी। रविवार को ही रोहित ने फांसी लगा ली। पुलिस ने पांच पेज का सुसाइड नोट बरामद किया। एचआरडी मिनिस्ट्री ने इस मामले की जांच के लिए एक टीम भेजी है। दो मेंबर वाली टीम को जल्द रिपोर्ट देने को कहा गया है।