जानिए, क्यों डायटिंग नहीं है मोटापा कम करने का उपाय

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Obesity-Epidemic

आज अधिकतर लोग अपने बढ़ते वनज और मोटापे से परेशान हैं और इसी परेशानी से निजात पाने के लिए सबसे पहले अगर लोगों के दिमाग में कोई बात आती है तो वो है डाइटिंग। लेकिन हमारे एक्सपर्टस का यह कहना है कि लोगों का यह सोचना कि डाइटिंग से ही मोटापे को कम किया जा सकता है तो लोग बिल्कुल गलत सोचते हैं।

उनका यह कहना है कि वक्त पर सही डाइट लेने से स्वास्थ्य ठीक रहता है और इससे मोटापा भी नहीं बढ़ता है। अगर आप वनज कम करने के लिए डाइटिंग कर रहे हैं तो इससे वनज कम होने की संभावना तो नहीं होती है, हाँ मगर इससे आपको अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जैसे आंखों के नीचे काले घेरे, स्किन का बेजान और ढीला होना, बालों का झड़ना, याददाशत् कम होना जैसी समस्याएं हो सकती है। इसलिए सही वक्त पर सही खाना ही वनज कम करने का सही उपाय है इसके लिए आप जितना भी खाएं पर हेल्दी खाना खांए

 क्या खाएं

अगर आप अपना वनज कम करना चाहते हैं तो ऐसा खाना खाएं, जिसमें फैट कम हो बौ उसमें प्रोटीन व फाइबर अधिक मात्रा में हो। जैसे चोकर वाला आंटा, दलिया, जौ, राई, दही दूध, सोया मिल्क, सेब का जूस, गाजर का जूस, पाइनएपल जूस, औरेंज जूस, मल्टी ग्रेन ब्रेड, होल वीट ब्रेड, सेब अखरोट, औरेंज, अंगूर, बोभी, पालक, टमाटर, मटर, केला, मूंगफली, सोया, चना, राजमा, अंडे का सफेद हिस्सा। दर असल, कई चीजें सेहत के लिए बेहद लाभदायक होती है।

क्या न खाएं

हमें ज्यादा कैलरी वाली चीजों के अलावा हाई ग्लाइसिमिक इंडेंक्स वे खाने जो शरीर में जाकर जल्दी ग्लूकोज में बदलते हैं, ऐसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। जैसे वाइट ब्रेड, सैडविच, भरवां, पराठा, पुलाव, बिरयानी वाइट राइस, समोसे, पकौड़े, मिठाई, कोल्ड ड्रिंक, दूध वाली चाय, फुल क्रीम दूध, पनीर, मीठी लस्सी, उबला आलू, बिस्कुट, चिप्स, खजूद, चीनी, सरताफल, मटर, डोनट आदि चीजें स्वास्थ्य के लिए हानिकार होती हैं।

अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक चीजें

खट्टे और मौसमी फल: संतरा, मौसमी, नीबू और आंवला जैसे फल-सब्जियां विटामिन सी से भरपूर होते हैं और वनज कम करने में मदद करते हैं क्योंकि विटामिन सी में फैट को डाइल्यूट करने और आसानी से शरीर से निकालने की क्षमता होती है। आंवला मेटाबोलिज्म बढ़ाता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।

सेब, बेरी आदि फलः

सेव में पेक्टिन नामक केमिकल होता है। सेब के साथ – साथ ज्यादातर सभी फलों के छिलकों में पेक्टिन पाया जाता है। यह फैट को ओबजर्व करता है।

सोयाबीनः

सेयाबीन में मौजूद लेसिथिन केमिकल सेल्स पर फैट जमा होने से रोकता है। हफ्ते में कम से कम तीन बार सोयाबीन खाने से शरीर में फैट से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। सब्जी या चावल आदि में डालकर खा सकते हैं। सोयाबीन क्रंच से उपमा या भूर्जी भी बना सकते हैं।

लहसुनः 

ल्हसुन का रस शरीर में मौजूद फेट्स को कम करने में मददगार है। लहसुन कच्चा खाएं और चबाकर खाएं तो यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।

ड्राइ फ्रूटसः

हमें डाई फ्रूटस रोज खाने चाहिए। इनमें बादामए किशमिश, अखरोट और पिस्ता ले सकते है। लेकिन ये यह फ्राइड न हो और इनमें नमक भी नहीं होना चाहिए। बादाम हमेशा बड़ी गिरी वाले ही लें क्योंकि इनमें तेल कम होता है। वैसे छोटी गिरी वाले मामड़ बादाम को बेहतरीन माना जाता है क्योंकि इसमें अच्छे ऑइल होते वनज कम करने बड़ी गिरी के बादाम ही बेहतर होते हैं।
ध्यान रखने योग्य बातें:
1.    कई बार हमारा दिमाग पहचान नहीं पाता है कि भूख है या प्यास। ऐसे में जब भी भूख लगे, एक गिलास पानी पी लें। अगर फिर भी भूख लगे तो कुछ खा लें। इससे खाने का हिस्सा कम हो जाता है और पेट के भरे होने का अहसास भी होता है।

2.    तीन बार खाना न खा कर पांच या सात बार खाएं। ध्यान रहे कि मेन मील कभी वनज नहीं बढ़ाता। बीच-बीच में जो खाते है, वहीं वनज बढ़ाता है। ज्ञनैक्स हमेशा हेल्दी खाएं क्योंकि इससे देर तक पेट भरे होने का अहसास होता है।

3.    बहुत ज्यादा भूख लगने से पहले कुछ खा लें। मसलन रात 8 बजे डिनर का इंतजार करने से अच्छा है 7 बजे कोई फल खा लेना।

4.    खाना खाने के 20 मिनट बाद दिमाग को पेट भरे होने का मेसेज मिलता है और उसके बाद ही भूख शांत होने का अहसास होता है, इसलिए धीरे-धीरे और चबा-चबा कर खाना चाहिए।

5.    वजन घटाने के लिए कुकिंग का तरीका बदलना बहुत जरूरी है। डीप फ्राई से बचें और खाने में तेल की मात्रा कम करें। खाना जितना मुमकिन हो, भाप में पकाएं।

6.    फैट कम ले, लेकिन पूरी तरह बंद न करें। विटामिन ।ए क्ए म्ए और ज्ञ फैट में घुलते हैं। विटामिन ई स्किम के लिए और बल्ड क्लॉटिंग (खून बहने से रोकने) के लिए विटामिन के होता है। थोड़ी मात्रा में अच्छे फैट (ऑलिव ऑयल, मूंगफली का तेल, कनोला का तेल) आदि ले सकते हैं।

7.    डिनर और सोने के बीच दो-घंटे का फासला होना चाहिए, वरना पेट पर फैट जमा हो जाता है। रात में हेवी कार्बोहाइड्रेड जैसे आलू, चावल, अरबी, जिमीकंद आदि न लें।

अन्य उपाय:

1.   यदि आप मोटापे को कम करना चाहते है तो भोजन में गेहूं के आटे की चपाती लेना बन्द करके जौ.चने के आटे की चपाती लेना शुरू कर दें। इसका अनुपात है 10 किलो चना व 2 किलो जौ। इन्हें मिलाकर पिसवा लें और इ सी आटे की चपाती खाएं। इससे सिर्फ पेट और कमर ही नहीं सारे शरीर का मोटापा कम हो जाएगा।

2.   मोटापा कम करने के लिए सुबह एक गिलास ठंडे पानी में 2 चम्मच शहद डालकर पीने पीजिये। दुबले होने के लिए दूध और शुद्ध घी का सेवन करना बन्द न करें। वरना शरीर में कमजोरीए रूखापनए वातविकारए जोड़ों में दर्दए गैस ट्रबल आदि होने की शिकायतें पैदा होने लगेंगी।

3.   मोटापा कम करने के लिए सुबह उठने के बाद या रात को सोने से पहले नाभि के ऊपर के उदर भाग को श्बफारे की भापश् से सेंक करना चाहिए।

4.   मोटापा घटाने के लिए एक तपेली पानी में एक मुट्ठी अजवायन और एक चम्मच नमक डालकर उबलने रख दें। जब भाप उठने लगेए तब इस पर जाली या आटा छानने की छन्नी रख दें। दो छोटे नैपकिन या कपड़े ठण्डे पानी में गीले कर निचोड़ लें और तह करके एक.एक कर जाली पर रख गरम करें और पेट पर रखकर सेंकें। प्रतिदिन 10 मिनट सेंक करना पर्याप्त है। कुछ दिनो में पेट का आकार घटने लगेगा।

5.   सुबह उठकर शौच से निवृत्त होने के बाद निम्नलिखित आसनों का अभ्यास करें या प्रातः 2.3 किलोमीटर तक घूमने के लिए जाया करें। दोनों में से जो उपाय करने की सुविधा हो सो करें।

6.   मोटापा घटाने के लिए कोशिश करे कि आप भोजन भूख से थोड़ा कम ही लें । इससे पाचन भी ठीक होता है और पेट बहार नहीं निकलता है। पेट में गैस नहीं बने इसका खयाल रखना चाहिए। गैस के तनाव से तनकर पेट बड़ा होने लगता है। दोनों समय शौच के लिए अवश्य जाना चाहिए।

7.   भोजन में शाक.सब्जीए कच्चा सलाद और कच्ची हरी शाक.सब्जी की मात्रा अधिक और चपातीए चावल व आलू की मात्रा कम रखना चाहिए। सप्ताह में एक दिन उपवास या एक बार भोजन करने के नियम का पालन करना चाहिए। उपवास के दिन सिर्फ फल और दूध का ही सेवन करना चाहिए।

विशेषज्ञों की राय:

ऑस्ट्रेलियाई अनुसंधानकर्ताओं ने दावा किया है कि कुछ किस्मों के आम मोटापे के कम करने में सहायता कर सकते हैंए लेकिन ऐसा तब ही हो सकता है जब आम तौर पर फेंक दिए जाने वाले इनके छिलके को खाया जाए।

क्वीन्सलैंड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने पाया है कि आम की किस्मण्ण्ष्इरविनष् और ष्नैम डॉक माईष् के छिलकों में ऐसे तत्व होते हैं जो मानवीय वसा कोशिकाओं के निर्माण को रोकने में मदद करते हैं। जो मोटापा घटाने में लगकयडी होता है।

रिपोर्ट के अनुसार ष्केनसिंगटन प्राइडष् जैसी किस्मों के आम खाने का उल्टा असर हो सकता है क्योंकि इनके छिलकों में ऐसे तत्व होते हैं जो मानवीय वसा कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ावा देते हैं। जो मोटापे को बढ़ा भी सकता है।